झारखंड राज्य आजीविका पीआरपी, बीएपी संघ 16 एवं 17 जनवरी को काला बिल्ला लगाकर करेंगे कार्य 18 को विरोध प्रदर्शन
पोटका/ पूर्वी सिंहभूम/झारखण्ड
सुरेश कुमार महापात्र की रिपोर्ट
झारखंड राज्य आजीविका पीआरपी बीएपी संघ के पीआरपी, बीएपी पद पर कार्य करने वाले दैनिक वेतन भोगी कर्मियों का पिछले कई वर्षों से चार सूत्री मांग को लेकर संघर्षरत है सूबे के 81 विधायक कैबिनेट के सभी मंत्रियों, विभाग के सचिव, CEO अन्य अधिकारियों को अपने चार सूत्री मांग को लेकर कई बार पत्राचार किये। सदन में कई बार पीआरपी, बीएपी के मांग पर बात उठाई गई परंतु इसका कोई सकारात्मक असर नही दिखाई दिया विवश होकर सितंबर 2022 में तीनदिवसीय हड़ताल इनके द्वारा किया गया जिसके बाद आश्वासन मिला पर इसपर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुआ और विभाग ने मानदेय में बढ़ोतरी करने के बजाय संकुल संगठन से प्रोत्साहन राशि शर्तों के साथ लेने के लिए लेटर निकाला पर इससे उनकी परेशानी कम होने की बजाय बढ़ गई।जिसके फलस्वरूप विवश होकर दिसंबर 2022 में 50 दिनों तक अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया पर इसके बाद भी आश्वाशन देकर हड़ताल से वापसी करा दिया गया। कई बार सम्मानजनक अपने हक की मांग की परंतु अभी तक मांग को लेकर सरकार और विभाग सकारात्मक निर्णय नही ले पाई है। संघ के राज्याध्यक्ष मुन्ना कापरी ने बताया कि संघ ने 13 दिसंबर 2023 को कार्यकारिणी बैठक बुलाई थी जिसमें प्रदेश के सभी जिलों के जिला पदाधिकारी के उपस्थिति में मांग और सरकार तथा विभाग के रवैये पर चर्चा करके विरोध प्रदर्शन की रूपरेखा तैयार को विवश होकर 16 से 17 जनवरी तक काला बिल्ला लगाकर राज्य के सभी पीआरपी, बीएपी विरोध प्रदर्शन करेगी तथा 18 जनवरी 2024 को हेहल स्थित JSLPS राज्य कार्यालय में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करेगी। इसके बाद भी सरकार , विभाग के द्वारा मांगो पर कोई सकारात्मक पहलू पर कार्य नही होगा तो संघ अपनी विरोध दर्ज करने के लिए ठोस कदम उठाने को बाध्य होगी।