चतरा महाविद्यालय के शिक्षक है डॉ.पवन सिंह ने वि.भा.वि के पदाधिकारियों की उदासिनता, जातिवाद, तथा लोभ लालच को ले कर कुलाधिपति को लिखा पत्र
संवाददाता- कृष्णा कुमार
चतरा – डॉ.पवन सिंह जो की चतरा महाविद्यालय के शिक्षक है । उन्होनें वि.भा.वि के पदाधिकारियों की उदासिनता, जातिवाद, तथा लोभ लालच को ले कर कुलाधिपति को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने लिखा है की विश्वविद्यालय को भ्रष्टाचार ने बुरी तरह से जकड़ लिया है, जिससे अपने दायित्वों के निर्वाहन में उदासिन होते प्रतीत हो रहे हैं । उन्होंने कहा की विनोबा भावे विश्वविधालय के कुकृत्यों के संबंध में कई बार लिखित रूप में प्रमाण के साथ श्री मान को अवगत कराते हुए कार्रवाई करने का विनम्र आग्रह किया । लेकिन राजभवन के पदाधिकारी इन कागजातों को आप तक शायद पहुँचने ही नहीं देते । इधर वि.भा.वि. के कुलपति कहते हैं कि कुलाधिपति के जन्म दिन पर ढाई लाख की धडी़ दिया हूँ,तथा और भी सेवा करते हैं,ये शर्म की बात है । राजभवन में स्थापित OSD (J) इस कुकृत्य में संलिप्त प्रतीत हो रहे हैं।दो बिंदुओं पर उन्होन॔ श्री मान का ध्यान आकृष्ट करते हुए बताया की आज से आठ दिन पहले चतरा कालेज चतरा के प्राचार्य डॉ. रामानंद पान्डेय जी को हटाकर एक अयोग्य और कनीय ब्यक्ति प्रो. आर. पी. राय को बना दिया गया है, जिनकी विशेषताएं हैं की MA Sc. की निम्न प्रातांक की डिग्री है,पीएचडी भी नहीं हैं । और सहायक शिक्षक है,विगत दो वर्षों में एक भी क्लास नहीं लिया और मुफ्त में वेतन लेते रहे.
विधार्थियो एवं प्राचार्य के द्बारा इसकी लिखित सूचना विश्वविधालय को कई बार दिया गया । शारीरिक रुप से पैरालाईज है, कई रोगों से ग्रसित है । उन्होंने महिला कालेज चतरा के प्रभार में रहते हुए, कालेज का बंटाधार कर दिए हैं । जबकि इनको सजा के जगह पर पुरस्कृत किया गया । जो बहुत ही गंभीर मामला है । चतरा कालेज के ही शिक्षा संभाग में ब्याप्त अराजकता सभी वैधानिक मान्यताओं की सीमा लांधते हुए एक सबसे कनीय एवं अयोग्य शिक्षक नन्द किशोर सुलभ को विभागाध्यक्ष बनाया
गया है, जिसके अनेकों बरीय एवं योग्यता धारी शिक्षक धुटन महशुस कर रहे हैं । विश्व विधालय को कयी बार इस अराजक स्थिति से अवगत कराने के
उपरांत भी कोई ध्यान नहीं दिया गया, क्योंकि नन्द किशोर सुलभ के भाई डॉ. मिथलेश कुमार प्रोक्टर बने हुए हैं । जिस के चलते रंगवाजी भी करते हैं।इन्होंने पद्रंह दिन पहले प्राचार्य कक्ष में महाविद्यालय के बड़ा बाबू जो एक हरिजन है, माँ बहन की वेवजह गाली
दिए । इसकी लिखित सूचना प्राचार्य एवं कुलपति को किया । उसको धमका कर सुलह करने को कहा गया । ये वही मिथलेश कुमार है जो रामगढ़
कालेज का प्राचार्य रहते हुए घोर बिजी अनियमितता किया है, जे.एम.कालेज भुरकुडां का सचिव रहते हुए भिन्न भिन्न चेक के द्बारा सात लाख रूपया निकाल कर खा गए हैं । इसकी भी लिखित सूचना प्रमाण के साथ आप के ओ. एस. डी.( जे. ) को उपलब्ध कराया हूँ । एक प्रो. चन्द्रशेखर सिंह है जिनको VBU में रूसा के नोडल अधिकारी बनाया गया है, इनका स्नातक एवं स्नातकोत्तर की डिग्री जाली है।न्याय पालिका और सरकार के आंख में धुल झोककर कबतक करोड़ों का चुना लगा चूके है । इसकी भी प्रमाणिक सूचना श्री मान को उपलब्ध करा चूका हूँ, लेकिन कार्रवाई शुन्य है.परत की प्रतिलिपि प्रधान मंत्री कार्यालय और राष्ट्रपति भवन कार्यालय को भी दिया है।