मनुष्य को भौतिक सुख सुविधा बढ़ाने की अदम्य लालसा है : मनोज
संवाददाता : हजारीबाग
विश्व पर्यावरण 2023 एवं पर्यावरण के लिए जीवन पर विभिन्न गतिविधियों के आयोजन के संबंध में यूनिवर्सिटी लॉ कॉलेज यूनिट एनएसस यूनिट पाँच के तरफ से आज पर्यावरण संरक्षण एवं भारतीय संस्कृति से संबंधित विचार विमर्श किया गया। मंच का संचालन सुश्रि अनुराधा सिंह ने विश्व पर्यावरण पर कुछ दिशा देकर सभा को शुभारंभ किया। एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर लक्ष्मी सिंह ने विषय प्रवेश कराया।लक्ष्मी सिंह ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस 2023 के संदर्भ में मिशन लाइफ का भारत सरकार के द्वारा निर्देशित किया गया था। समस्त महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय के एनसीसी यूनिट को पालन करते हुए जागरूक करना होगा। वही हज़ारीबाग सिविल कोर्ट के जाने-माने नालसा पैनल के अधिवक्ता भैया मुकेश कुमार ने आईने दृष्टि से सभी वाइल्ड लाईफ एक्ट प्रोटेक्शन पर विचार रखा।साथ साथ छात्र छात्राओं को समाज में किस तरह से जीवन से संबंधित दिशा-निर्देश दिया गया।वही लॉ कॉलेज के प्राचार्य डॉ जयदीप संयाल ने रियो सम्मेलन 1992 जैव विविधता के संबंधित अपनी बातो को रखा वही मुख्य वक्ता डॉ मनोज कुमार राजकीय प्रशिक्षण शिक्षक महाविद्यालय के शिक्षक एवं विशिष्ट पर्यावरणविद ने अपने विचारों को रखते हुए कहा कि मानव समाज के अस्तित्व के संकट पृथ्वी पर बड़ा परिस्थिति को देखते हुए असंतुलन पर्यावरण समस्या के साथ ही मनुष्य की भौतिक सुख सुविधा को बढ़ाने के अदम्य लालसा है जिसका कारण आज का पर्यावरण दूषित होते जा रहे हैं। वही मनोज कुमार ने हजारीबाग के सभी वासियों से अनुरोध किया कि पीपल वृक्ष लगाना बहुत जरूरी है क्योंकि इसमें ऑक्सीजन मिलता है साथ ही साथ इस वृक्ष से संबंधित जीव जंतु को आश्रित भी मिलता है कई जगहों पर उपहार देने पेड़ पौधे का प्रचलन करने को कहा इसके साथ ही साथ उनका सारा अनुभव छात्र-छात्राओं के सामने अपना सुझाव दिया जो आगामी महत्वपूर्ण सिद्ध होगा। धन्यवाद ज्ञापन डॉ उर्मिला कुमारी ने किया छात्रों के तरफ से सुश्री साक्षी ने डॉक्टर मनोज कुमार को पौधा भेंट किया।