आम्रपाली कोल परियोजना में बाहरी भू-माफियाओं की कब्जा:-धीरेन्द्र प्रजापति
जाँच होने पर कई अधिकारियों की जा सकती कुर्सी,पूर्व अधिकारीयों की मिलीभगत से जमाबन्दी की खेल
झारखण्ड न्यूज24
संवाददाता- कुन्दन पासवान
टंडवा:-(चतरा)प्रखंड क्षेत्र के आम्रपाली कोल परियोजना में होने वाली अधिग्रहण भूमि से नौकरी मुआवजा राशि लेने के लिए छोटे भू-माफियाओं से लेकर बड़े भू-माफिया एवं चहेते नेता द्वारा भूमि करवाया गया है,अपने तथा अपने सम्बन्धों के नाम से आख़िर ऐसा कैसे हुआ या चौकाने वाली खुलासा है।इसका खुलासा आम्रपाली चंद्रगुप्त श्रमिक स्वावलंबी सहकारी समिति के सचिव धीरेन्द्र प्रजापति द्वारा मुख्यमंत्री सचिवालय झारखण्ड सरकार को पत्र देकर भू-माफियों के द्वारा अवैध जमाबन्दी को ख़ारिज करते हुवे उचित कांनूनी कारवाई करने की मांग किया है तथा जिन भू-दाताओं की दख़ल कब्जा है उन्हें स्थलीय जांच कर के पूर्व जमाबन्दी क़ायम करने की अपील भू-राजस्व विभाग को अवगत कराया है।इस जमीन भू-माफियाओं एवं अधिकारियों की मिलीभगत से यह खेल खेला गया है इस खेल में बड़े पैमाने पर मोटी रकम देकर बाहरियों द्वारा भूमि अपने सगे संबंधियों के नाम करवा लिया गया है।आम्रपाली परियोजना में चल रहे जमीन का अवैध जमाबंदी सीसीएल और झारखण्ड राज्य सरकार की भारी भरकम राजस्व की नुकसान ग्राम कुमरांगकला खाता न.116,54,41,27, ग्राम उड़सू खाता न. 51,38,23,ग्राम बिंगलात खाता न.46 का अवैध बंदोबस्ती कुल रकवा 128.72 एकड़ भू-माफियाओं द्वारा सीसीएल में नौकरी और मुआवजा लेने के फिराक में सक्रिय हैं।कुछ लोग ले चुके हैं,इस कालाबाजारी का खेल जाँच का विषय है।विस्थापित परिवार एवं झारखण्ड राज्य सरकार के राजस्व का नुकसान हो रहा है।जो धीरेन्द्र प्रजापति ने भू- माफियाओं के खिलाफ अवैध जमाबन्दी को रद्द कर कंनूनी करवाई हेतु कागजात के साथ भूमि संसाधन विभाग,ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार, सचिव भू-राजस्व विभाग झारखंड सरकार,अध्यक्ष प्रबंधन सह निदेशक सीसीएल रांची,चतरा उपायुक्त,अनुमंडल अधिकारी को करवाई हेतु दिया है आवेदन।अब देखना दिलचस्प यह होगा कि आगे भू-माफियाओं के खिलाफ उचित करवाई कब होगा। इस जमीन घोटाले में भू- माफियाओं की संरक्षण प्राप्त कहां से मिला,आखिर इसमें कौन-कौन पदाधिकारी संलिप्त है,अगर हुआ खुलासा तो कई अधिकारी जा सकते जेल के हवाले जा सकती है कुर्सी। इन जमीन भू-माफियाओं सभी लोग बाहरी बतया जा रहा है।जिसका खुलासा धीरेन्द्र द्वारा बायनेम के साथ किया जो भू-माफियाओं द्वारा अवैध रूप से भूमि करने वालों में से नाम शामिल है दयाल साव,भानु साव,राम अयोध्या प्रसाद,खिरोधर साव,रामप्रसाद साव,जयराम साव द्वारा ग्राम उड़सू में अवैध जमाबन्दी करवाया लिया गया।वही ग्राम कुमरांगकला में मेघु महतो,हक़ीम मियां,दयाली महतो,अयोध्या साव,भागी महतो,झरी महतो,पुरानी देवी,अलकरही देवी पति सकूल साव,योगेश्वर गोप,लोकनाथ साव,कमल साहू,शिवदयाल महतो,मघो महतो,जगु महतो,खिरोधर साव,एवं अन्य माफियाओं ने फर्जी हुकुमनामा बनाकर बड़े पैमाने पर रिश्तेदारों के नाम पर जमाबन्दी करा कर गोरखधंधा नौकरी मुआवजा राशि लेने के लिए सक्रिय है। वही जानकारी के अनुसार कुछ बड़े सफेद पोस नेताओं की भी नाम अवैध जमाबंदी में संलिप्त बताया जा रहा है।इसकी खुलासा एक सप्ताह के अंदर भू-माफियाओं की अवैध जमाबन्दी किस किस गांवों में कितने रकवा करवाया गया है उसे भी खुलासा करने की बात सामने आ रहा है।