पदाधिकारियों एवं जनता के समक्ष जनप्रतिनिधियों की खुली पोल : बद्री यादव
संवाददाता : बरही
खोड़ाहर पंचायत के जतरा टांड़ में आयोजित जतरा मेला में शामिल हुए पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को जतरा मेला स्थल पर पहुंचने के लिए काफी मशक्कत झेलनी पड़ी। इस संबंध में समाजसेवी बद्री यादव ने कहा कि यह जनप्रतिनिधियों की लापरवाही का नतीजा है कि आजादी के इतने वर्षों के बाद भी झारखंड के मूल निवासियों को यहां के जनप्रतिनिधियों ने अब तक अनदेखा किया गया है। उन्होंने कहा कि जतरा मेला के आयोजन के बाद जो परेशानियां आदिवासी समाज आम दर्शक तथा पदाधिकारियों को झेलनी पड़ती है उसका पूरा का पूरा जिम्मेवार यहां के वर्तमान व पूर्व के जनप्रतिनिधि है। जिन्होंने आज तक केवल वोट बैंक की राजनीति की है। यहां के मूल निवासी आम लोगों को कैसे लाभ मिले इसे अनदेखा किया गया है। उन्होंने कहा कि जतरा मेला मार्ग का रास्ता पूरी तरह जर्जर है जिसपर वाहन क्या पैदल चलना भी दुश्वार हैं। राहगीरों का सफर मुसीबत भरा है, बावजूद इसके जिम्मेदार अनजान हैं। इस रास्ते में कभी भी दुर्घटना हो इसकी आशंका बनी रहती है। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण एवं मरम्मत की ओर न तो विभाग का ध्यान जा रहा है और न ही जनप्रतिनिधि कोई रूचि दिखा रहे हैं। उन्होंने सड़क निर्माण कराने की मांग की है।