जल सहिया संघ ने प्रखण्ड द्वार पर दिया एक दिवसीय धरना, अपनी मांगो को लेकर बीडीओ को सौंपी आवदेन
संवाददाता : बरही
झारखंड प्रदेश ग्राम जलसहिया संघ ने प्रखण्ड प्रखंड मुख्यालय के गेट पर एक दिवसीय धरना दिया। इस दौरान उन्होंने अपनी मांगों को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी को एक मांग पत्र सौंपा। जिसके माध्यम से उन्होंने कहा कि हम सभी जलसहिया झारखंड में विगत 10 से 12 वर्षों से सेवाभाव के साथ निःशुल्क एवं अति मानदेय में कार्यरत है। अपने गांव के लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना, व्यवहार परिवर्तन का खुले में शौच से गांव को मुक्त करना, ओडीएफ को अस्थाई रखना, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के निर्देश के अनुसार काम करना एवं अन्य कार्यों में हमारा सहयोग रहा है। जबकि पेयजल स्वच्छता विभाग हमारे कार्यों को अन्य एजेंसी के माध्यम से काम करवाती है। अन्य कार्य एजेंसी अधिकतम लाभ के चक्कर में जलापूर्ति एवं अन्य कार्यों को गुणवत्ता पर बुरा प्रभाव डालता है। जिसका खामियाजा हम जलसहिया एवं ग्रामीणों को भुगतान करना पड़ता है। उपयुक्त विभिन्न समस्या का समाधान हेतु आज निम्नलिखित मांगों को लेकर धरना दिया गया। जल सहिया ने मांग किया है कि जल सहिया का चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी में नियुक्ति की जाए। चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी की भांति वेतनमान एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाए। जल सहियाओं का वर्ष में 2 सीट पोशाक उपलब्ध कराया जाए। पूर्व से बकाया मानदेय प्रतिमाह 1000 रुपये से एकमुश्त जोड़कर भुगतान किया जाए। शौचालय निर्माण का कार्य जलसहिया को प्रोत्साहन राशि भुगतान करें 150 प्रति, पूर्व से प्रोत्साहन राशि एकमुश्त जोड़कर भुगतान किया जाए। जल नल ग्रामीण स्रोतों का कार्य जलसहिया के द्वारा कराया जाए। योग्यता धारी जलसहिया को प्रखंड कोऑर्डिनेटर के पद पर नियुक्ति की जाए। पेयजल एवं स्वच्छता के प्रति जो भी कार्य हो जल सहिया का सौंपा जाए। जल सहिया को साल के 365 दिन काम के बदले उचित दाम दे। हमारे काम को छीनकर समूह को दिया जाता है, उसके बदले जलसहिया को काम दे। उपयुक्त बातों को लेकर जलसहिया संघ ने मुख्यमंत्री झारखंड सरकार, उपायुक्त हजारीबाग, प्रखंड विकास पदाधिकारी बरही को आवेदन सौंपा। मौके पर अध्यक्ष बिमला मसोमात, सचिव सुनीता देवी, कोषाध्यक्ष उषा देवी, सरस्वती देवी, मुनि देवी, किरण देवी, दिव्या भारती, उषा देवी, कुंती देवी, पार्वती देवी, वैजयंती देवी, मंजू कुमारी, सोनी देवी, बबिता देवी, आशा देवी, ललिता देवी, फूलमती देवी, समीना प्रवीण, शकुंतला देवी, सीता देवी, राधा देवी, संगीता देवी, शिला देवी, मधुबाला देवी सहित दर्जनों जल सहिया मौजूद रही।