राजभवन के समक्ष झारखंड मुक्ति मोर्चा का अनशन प्रारम्भ
संवाददाता- कृष्णा कुमार
हजारीबाग – कुलपति विनोबा भावे विश्वविद्यालय के अनियमितता को ले कर झारखंड मुक्ति मोर्चा के छात्र संघ का अनशन आज से प्रारम्भ हो गया है। वही कुलपति के द्वारा अपने विश्वविद्यालय में अपने और सिंडिकेट के अधिकार का ग़लत उपयोग करते हुए कुलपति के कोटे का इस्तेमाल किया जाता है।वि.भा.वि पूरे देश में एक मात्र ऐसा विश्वविद्यालय है जो कुलपति के कोटे के नाम पर छात्र हितों का हनन करता है।इस व्यवस्था में रोस्टर का पालन नहीं किया जाता है।कोटे का इस्तेमाल बी॰एड़,एम॰एड़ और विधि(लॉ) के नामांकन में भी किया जाता है,जब की यह एन॰सी॰टी॰ई॰ और बार काउन्सिल जैसे संथाओं से संचालित होती है।(छाया प्रति संलग्न)।कुलपति महोदय के द्वारा चंद्रशेखर सिंह जिनकी नियुक्ति अवैध तरीक़े से हुई है जिनकी सारी डिग्रियाँ अवैध है वहीं इनपर जे॰पी॰एस॰सी॰ जैसे संस्था से जाँच चलाई जा रही है को रुसा का संयोजक बनाया गया है।मिथ्लेश सिंह तत्काल में कुलनुशासक के पद पर हैं इनके रामगढ़ के प्राचार्य रहते हुए वित्तीय अनियमितता जैसे गम्भीर आरोप लगे हैं परंतु कुलपति ने इनके प्राचार्य के पद पर रहते हुए किए गए घोटाले की जाँच इन्ही को सौंप दिए।
सूर्यकांत गांगुली कुलपति कार्यालय में कार्यरत हैं।इनकी बहाली अवैध है इसकी जानकारी उच्य शिक्षा विभाग ने कई बार विश्वविद्यालय को पत्र के माध्यम से दिया लेकिन कुलपति महोदय के करीबी होने के कारण इन्हें पद पर बनाए हुए हैं।कुलपति महोदय इन्हें आंतरिक मद से पैसे का भुगतान करते आ रहे हैं।
कुलपति महोदय के द्वारा अवैध तरीक़े से पैसे का लेन देन कर अनुकम्पा पर स्व.अरुण कुमार के पुत्र सूर्य भूषण कुमार की बहाली की गई है।ज्ञात हो कि स्व.अरुण कुमार की बहाली को भी उच्य शिक्षा विभाग ने अवैध करार दिया है।इन्हें भी आंतरिक मद से भुगतान किया जा रहा है।
विधि महाविद्यालय के प्राचार्य की नियुक्ति भी अवैध होने के बावजूद कुलपति उनको सेवा विस्तार दे रहे हैं।वहीं प्राचार्य की नियुक्ति कॉंट्रैक्ट पर होने के कारण इन्हें एरियर का भुगतान नहीं किया जा सकता है फिर भी इन्हें कुलपति के सहमति से एरियर के तौर पर मोटी रक़म दी गई।जो बड़ी वित्तीय अनियमितता को दर्शाता है। कुलपति अपने कार्यकाल में बिना किसी आधार के दर्जनो बहाली कॉंट्रैक्ट पर किए हैं जब की वर्षों से कार्य कर रहे कर्मी अभी भी आउट सोर्सिंग के ज़रिए कार्यरत हैं।इस कार्य हेतु बड़े पैसे का लेनदेन हुआ है। नए और पुराने महाविद्यालय के सम्बंधन में घोर लापरवाही बरती जा रही है।पैसे का लेन देन कर सम्बंधन दी जा रही है।नियम और परिनियम का कोई ध्यान नहीं रखा जा रहा है।
वही मौक़े पर मुख्य रूप से उपस्थित होने वालो में चंदन सिंह,लड्डू यादव,अख़्तर हाशमी,सोहराब हूसेन,साजन मेहता,निर्मल राम,साजन पासवान,मोह्सिन,इमरान,राजकिशोर,सद्दाम,अंशु,गोलू,अनिल,आफ़ताब,संतोष,मंटू,में अब्दुल,चितरंजन समेत कई छात्र उपस्थित थे ।