झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन का केंद्र सरकार पर बड़ा हमला
कहा जब राज्य में विकास ने रफ्तार पकड़ी, तो पीछे लगा दी जांच एजेंसियां
संवाददाता-हंसराज चौरसिया
राँची- झारखंड मंत्रालय स्थित सभागार में शुक्रवार को झारखंड आंदोलनकारी चिह्नितीकरण आयोग के शुभारंभ के मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में पहुंचे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का दर्द उनके संबोधन में छलक पड़ा। यह दर्द पिछले कुछ दिनों से राज्य में चल रही आरोप-प्रत्यारोप, जांच व छापेमारी का था। उन्होंने मौके पर मौजूद आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे भले ही बतौर मुख्यमंत्री के रूप में उन्हें संबोधित करने जा रहे हैं, लेकिन उनकी पहचान एक आंदोलनकारी के पुत्र के रूप में है। इससे बड़ी पहचान और कुछ नहीं। सरकार बनने के बाद कोरोना उनकी झोली में आया। दो-ढाई साल तक यूं ही तड़पते रहे। आज जब राज्य में विकास ने रफ्तार पकड़ी तो गति धीमा करने के लिए संवैधानिक संस्थाएं लगा दी गई। इसकी चिंता उन्हें नहीं है। वे लड़ने वाले लोग हैं और इस लड़ाई को भी जीतेंगे। हम अमन पसंद हैं। लेकिन लड़ाई में हमने पीठ नहीं दिखाई है। राजनीतिक रूप से यह राज्य आगे बढ़ेगा ही, शैक्षणिक व्यवस्था से आने वाली पीढ़ी को भी सरकार मजबूत करने जा रही है। राज्य में पांच हजार से अधिक माडल स्कूल को डीपीएस व डीएवी टक्कर का बनाने की तैयारी है। मौके पर अतिथियों ने आयोग का लोगो लांच किया और शिकायत प्रपत्र का विमोचन किया।