भाजपा से आदित्य साहू और जेएमएम से महुआ माजी राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित
संवाददाता- अंकित नाग
राँची- राज्यसभा चुनाव 2022 के लिए भाजपा के आदित्य साहू और झारखंड मुक्ति मोर्चा की महुआ माजी निर्विरोध निर्वाचित घोषित की गयी हैं । वही इस घोषणा पर विधानसभा के प्रभारी सचिव सह रिटर्निंग अफसर सैयद जावेद हैदर द्वारा दोनों के निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा की गयी और दोनों को जीत का प्रमाण पत्र दिया गया । मिली जानकारी के अनुसार झारखंड में राज्यसभा की दो सीटों के लिए चुनाव होना था ।वे दो सीटों के लिए दो प्रत्याशी ने ही नामांकन किया था । नामांकन के साथ ही दोनों प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित थी । जबकि शुक्रवार को नाम वापसी का आखिरी दिन था । लेकिन किसी भी प्रत्याशी ने नाम वापस नहीं लिया । इसके बाद निर्वाची पदाधिकारी ने दोनों के निर्वाचित होने की घोषणा किया ।
महेश पोद्दार एवं मुख्तार अब्बास नकवी की सीट हुई थी खाली
भाजपा से राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार और मुख्तार अब्बास नकवी का कार्यकाल पूरा होने से झारखंड में राज्यसभा की दो सीटें खाली हुई थीं । दोनों सांसदों का कार्यकाल 7 जुलाई को समाप्त हो रहा है । जबकि झारखंड में राज्यसभा के छह सीट हैं । इस बार एक सीट भाजपा के कोटे में आई है और एक सीट झामुमो के कोटे में गयी है । इस तरह झारखंड से राज्यसभा में भाजपा की एक सीट कम हो गई है ।
चौथी बार निर्विरोध चुने गये प्रत्याशी
राज्यसभा चुनाव को लेकर पूर्व में झारखंड की खूब बदनामी तो हुई है जबकि झारखंड एक ऐसा प्रदेश है जहां राज्यसभा चुनाव में वोट के बदले नोट मामले में एक मंत्री को बर्खास्त भी किया जा चुका है ।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अर्जुन मुंडा सरकार में भू राजस्व मंत्री मधु सिंह को बर्खास्त किया गया था । इसके बाद भी कई बार झारखंड को थैलीशाहों ने अपना चरागाह बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी । राज्यसभा चुनाव के दौरान एक प्रत्याशी के पास से करोड़ों रुपये आयकर विभाग ने पकड़े थे । दर्जनों विधायकों और लगभग आधे दर्जन मंत्रियों के यहां राज्यसभा चुनाव में पैसे के लेन देन को लेकर सीबीआइ का छापा भी पड़ा था ।