हर्ष उल्लास के साथ सलगी पंचायत में जातरा मेला किया गया आयोजन
झारखण्ड न्युज 24
कुडू
मनोहर ठाकुर
कुडू प्रखंड के पश्चिमी सुदूरवर्ती क्षेत्र आदिवासी बहुमूल्य क्षेत्र सलगी में किया गया जतरा मेला का आयोजन सलगी पंचायत में कर्मा बितने के तीसरे दिन में हर साल लगाया जाता है।यहां जतरा कोरोना काल मे 2 साल से नहीं लगा इस वक्त यह मेला बहुत ही धूमधाम से लगा और जतरा समिति के सदस्यों के बहुत अथक प्रयास से यह मेला का आयोजन किया गया तैयारी में किसी तरह से कोई कमी नहीं रहा, बहुत ही अच्छा तरीका से जतरा लगा जिसने सुख शांति संपन्नता एवं भाई बहन के प्रेम को समर्पित प्रकृति पर्व करमा पूजा के अवसर पर सलगी जतरा में शामिल हुए सलगी मुखिया सुमित्रा कुमारी ने मांदर के थाप पर थिरकते लोगो को करम पर्व की बधाई दी। एवं जतरा महोत्सव में शामिल लोगो को संबोधित करते हुए ने कहा कि यह बहुत खुशी और गर्व का विषय है, कि हम अपनी परंपरा संस्कृति को आगे बढ़ा रहे हैं। प्राकृतिक पर्व करम के मौके पर आज हम सभी लोग जतरा महोत्सव में एकत्रित हुए हैं।धरती पर आदिवासी समाज की अपनी परंपरा और संस्कृति रही है। इस विकासशील दौर मे अपनी परंपरा संस्कृति और सभ्यता को बचाना हमलोगो का धर्म है। सभी चुनौतियों से निकलते हुए आज हमारी युवा पीढ़ी आदिवासी मूलवासी के परंपरा संस्कृति और सभ्यता को आगे बढ़ाने का काम कर रही है। परंतु अब जैसे ही परिस्थितियां धीरे-धीरे सामान्य हुई है। आज फिर हम प्राकृतिक पर्व करमा जतरा का भव्य आयोजन हर्षोल्लास के साथ कर रहे हैं तथा आपस में प्रेम स्नेह और खुशियां बांट रहे हैं । पंचायत समिति सदस्य बाबूलाल उराँव ने कहा कि करमा पर्व भादो के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है। यह पर्व मे बहनें अपने भाइयों के सुरक्षा एवं लंबी उम्र के लिए प्रार्थनाएं एवं उपवास करती जो उनके पवित्र संबंध और अटूट प्रेम को दर्शाता है। कहा झारखंड राज्य में यह दूसरा सबसे बड़ा प्राकृतिक पर्व करम पर्व होता है। जिससे इस कामना से भी मनाया जाता है कि लगाया गया फसल अच्छा हो ।यह त्यौहार आदिवासी संस्कृति का प्रतीक है । इसे सदियों से सदान आदिवासी सभी मनाते आ रहे हैं।इस मौके पर सलगी के जतरा समिति के सभी सदस्य और सलगी के गणमान्य समाजसेवी और ग्रामीण जनता भी मौके पर उपस्थित थे।