सत्तारूढ़ गठबंधन से महुआ माजी ने किया नामांकन
सहयोगी दल कांग्रेस रही कोसों दूर
संवाददाता- अंकित नाग
राँची- झारखंड में राज्यसभा चुनाव को लेकर साथ मिलकर सरकार चला रहे जेएमएम और कांग्रेस के बीच समझौता नहीं हो सका। कांग्रेस पार्टी के दावे को दरकिनार करते हुए जेएमएम ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। कांग्रेस का दावा था कि पिछली वार जेएमएम के संस्थापक और केन्द्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन को दोनों दलों ने मिलकर राज्यसभा भेजा था। इसलिए वर्तमान चुनाव में काग्रेस को मौका दिया जाए। लेकिन कई जेएमएम ने महिला प्रकोष्ठ की केन्द्रीय अध्यक्ष और साहित्यकार डॉ महुआ माजी को एकतरफा निर्णय लेकर मैदान में उतार दिया। मंगलवार को जेएमएम प्रत्याशी महुआ माजी ने राज्यसभा के लिए विधिवत अपना नॉमिनेश दाखिल कर दिया। जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष और सीएम हेमंत सोरेन ने खुद मौजूद रहकर महुआ माजी का पर्चा भरवाया। उन्होंने दो सेटों में नामांकन भरा। एक सेट में हेमंत सोरेन और दूसरे सेट में आरजेडी के सत्यानंद भोक्ता पहले स्थान के प्रस्तावक बने। इस दौरान झामुमो और राजद के कई नेता और विधायक मौजूद रहे। महुआ माजी का नामांकन के दौरान सीएम के अलावे पूर्व सीमएम विधायक स्टीफन मरांडी समेत कई मंत्री व विधायक मौजूद थे। राजद के नेता भी नामांकन में शामिल हुए पर कांग्रेस पार्टी की ओर से कोई नामांकन में शामिल नहीं हुआ। पहले से ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि कांग्रेस नॉमिनेशन में नहीं जाएगी। पार्टी के कुछ नेता अपना उम्मीदवारदेने की बात कह रहे हैं। लेकिन इस पर पार्टी का नेतृत्व कुछ बोल नहीं रहा है। दरअसल झारखंड में जेएमएम विधायकों का संख्याबल मजबूत है लेकिन कांग्रेस कमजोर है। ऐसे में कांग्रेस रिस्क लेने के मूड में नहीं है। हालांकि पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नही आया है।