युवा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप कुमार मंडल ने महागठबंधन की सरकार पर उठाए सवाल
कहा सड़कों पर पुलिस क्यों ,क्या धरना-प्रदर्शन पर रोक है
राँची/झारखंड- पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा के युवा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप कुमार मंडल ने आज सोमवार को अपने आवासीय कार्यालय भवन धुर्वा से प्रेस बयान जारी कर महागठबंधन की सरकार से प्रश्न पुछा की रांची में पुलिस सड़क पर क्यों उतरी हुई है। क्या कारण है?
क्या धरना देना हमारा अधिकार नही है । संविधान को ताक पर रख कर हमारे अधिकारों को छिना जा रहा है । उन्होंने आगे बोला की रांची को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पहचान पत्र दिखाकर एंट्री दी जा रही है। क्या धरना, प्रदर्शन,आंदोलन पर रोक है? महागठबंधन की सरकार इसका जवाब दें । मेरी गाड़ी भी रोकी गई। सुबह मार्निंग वॉक में बताया गया कि धारा 144 लगी है ।
सरकार के इस रवैये से लोगो मे और जन आक्रोश बढेगा और आन्दोलन की गति तेज होगी। हर हाल मे सरकार को पिछडों को पंचायत चुनाव मे एवं नौकरियों मे आरक्षण देना ही पड़ेगा।
हंगामा है क्यों बरपा
दरअसल, आजसू पार्टी की ओर वर्ष 1932 के खतियान आधारित स्थानीय नीति बनाने सहित अन्य मांगा को लेकर विधानसभा घेराव की रणनीति बनाई गई थी। इस सूचना के बाद राजधानी रांची से लेकर विभिन्न जिलों में पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया। कई जिलों में रविवार देररात से ही रांची आने की तैयारी में जुटे आजसू के समर्थकों को हिरासत में ले लिया गया। इसके अलावा सोमवार को राजधानी में भारी सुरक्षा इंतजाम किए गए। बिना जांच के लोगों को विधानसभा की ओर जाने की अनुमति नहीं दी गई। पार्टी नेताओं का दावा है कि दल के कार्यालय के बाहर भी पुलिस जवानों की तैनाती की गई है। पार्टी का विधानसभा घेराव का कार्यक्रम फिलहाल सफल होता नहीं दिख रहा है। रांची में प्रवेश के सभी रास्तों को सील कर दिया गया है। रिंग रोड में दलादली के पास आजसू के कुछ बड़े नेताओं को पुलिस ने रोका। उनसे अपनी मांग पत्र को सौंप देने का आग्रह किया। विधानसभा के आसपास के सभी बैरिकेडिंग पर शांति व्यवस्था कायम है। हर तरफ सन्नाटा पसरा हुआ है।