हेमंत सरकार कर रही यूएपीए का दुरुपयोग, जेल जा रहे आदिवासी और दलित
वृंदा करात ने लगाया बड़ा आरोप
संवाददाता- अंकित नाग
राँची- पूर्व सांसद वृंदा करात ने कहा कि आजादी के पहले आदिवासी जहां खड़े थे आज भी वही खड़े हैं। बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर वृंदा करात ने उन्हें नमन किया और कहा कि बिरसा मुंडा को आदिवासियों ने जिन मुद्दों को लेकर साथ दिया, वह मुद्दे आज भी जीवित हैं। केंद्र की मोदी सरकार के कार्यकाल में भी वही पीड़ा सहनी पड़ रही है जो उस समय सहनी पड़ती थी। पूर्व सांसद वृंदा करात ने बताया कि उन्होंने पुलिस से यूएपीए के तहत दर्ज कांडों की जानकारी सूचना के अधिकार के तहत मांगी है। अब तक राज्य में यूएपीए के तहत 450 पुरुषों और 8 महिलाओं पर कांड दर्ज है। इनमें सबसे चौंकाने वाली बात है कि 45 प्रतिशत केस आदिवासियों पर है। शेष मामले अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग पर दर्ज हैं। झारखंड में हेमंत सोरेन कि सरकार के समय में भी यूएपीए का दुरुपयोग किया गया है। राज्य में जिन 458 लोगों पर यूएपीए के तहत केस दर्ज है उनमें 183 लोग 10 साल से अधिक समय से जेल में हैं। फादर स्टेन स्वामी ने भी ऐसे लोगों के लिए न्याय की लड़ाई लड़ी थी। वृंदा करात ने इस संबंध में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग की है कि यूएपीए से संबंधित कांडों की निष्पक्ष जांच करें और ठोस कदम उठाएं। आगे उन्होंनें कहा कि इस समय राज्यसभा चुनाव देशभर में हो रहा है। इस चुनाव में भाजपा जमकर विधायकों की खरीद-फरोख्त में जुटी हुई है। वह किसी तरह से देश की सत्ता पर कब्जा रखना चाहती है। इतना ही नहीं भाजपा हिंदुस्तान का नाम दुनिया में बदनाम कर रही ।