May 12, 2024
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एचजेडबी आरोग्यम सुपरस्पेशलिटी मैं अब पारस अस्पताल रांची के सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर गेस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट और हेमेटोलॉजी विशेषज्ञ देंगे ओपीडी सेवा

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एचजेडबी आरोग्यम सुपरस्पेशलिटी मैं अब पारस अस्पताल रांची के सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर गेस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट और हेमेटोलॉजी विशेषज्ञ देंगे ओपीडी सेवा

झारखंड न्यूज24 : हजारीबाग

हजारीबाग और आसपास के जिले का एकलौता निजी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल एचजेडबी आरोग्यम सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में न्यूरो सर्जन और कैथ लैब सेवा शुरू होने के बाद हॉस्पिटल प्रबंधन महानगरों के तर्ज पर अन्य स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने को लेकर तत्पर है। अभी जल्द ही रांची के सुप्रिद्ध हॉस्पिटल पारस हॉस्पिटल के गेस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट और हेमेटोलॉजी के विशेषज्ञ चिकित्सक हजारीबाग के आरोग्यम हॉस्पिटल में अपनी ओपीडी सेवाएं देंगे। इस सुविधा के शुरू होने से अब पाचन तंत्र, और पित्ताशय की थैली, यकृत, पित्त नलिका, अग्नाशय सहित अन्य अंगों से संबंधित रोगों का समुचित इलाज
गेस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट एवं रक्त और रक्त वाहिकाओं से संबंधित रोगों के इलाज की समुचित सुविधा हेमेटोलॉजी के विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा उपलब्ध कराई जायेगी ।

गेस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट के रूप पारस हॉस्पिटल के में डॉ. चंदन कुमार अपनी ओपीडी सेवा देंगे। डॉ.चंदन कुमार ने अपनी एमबीबीएस की डिग्री रिम्स, रांची से पुरी की। जिसके बाद भारत के प्रमुख अस्पतालों में से एक वीएमएमसी और सफदरजंग अस्पताल नई दिल्ली से मेडिसिन मेमोरी किया। इन्होंने एम्स, भुवनेश्वर के एक प्रमुख संस्थान से डॉक्टरेट ऑफ मेडिसिन गैस्ट्रोलॉजी पुरी की। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में शोध पत्र लिखें और कई पुस्तक अध्ययनों में अपना विशेष योगदान दिया। इनकी विशेषज्ञता डायग्नोस्टिक अपर जीआई एंडोस्कोपी, चिकित्सीय ऊपरी जीआई एंडोस्कोपी, कोलोनोस्कोपी, पोलिपेक्टोमी, इआरसीपी, स्टेंटिंग और स्टोन हटाना, ईयूएस मेन सहायता प्रदान करना, असिस्टेंट मोटराइज्ड स्पाइनल एंट्रोस्कॉपी सहित अन्य शामिल हैं ।

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हेमेटोलॉजी विशेषज्ञ के रूप में पारस अस्पताल के डॉ. अभिक रंजन जो अपनी ओपीडी सेवाएं देंगे। डॉ. अभिक रंजन झारखंड में डीएम क्लिनिकल हेमेटोलॉजी में प्रशिक्षित पहले सुपरस्पेशलिस्ट है। इन्हें रक्त संबंधी विकारों वाले लोगों के निदान और उपचार में प्रशिक्षित किया जाता है। इसमें रक्त कैंसर (ल्यूकेमिया, लिम्फोमास, मल्टीपल मायलोमास, आदि), कम हीमोग्लोबिन से जुड़े विकार (थैलेसीमिया और सिकल सेल एनीमिया सहित विभिन्न प्रकार के एनीमिया, आयरन की कमी से एनीमिया, मेगालोब्लास्टिक एनीमिया, ऑटोइम्यून हेमोलिटिक एनीमिया आदि), प्लेटलेट विकार (आईटीपी आदि) शामिल हैं। ), डब्ल्यूबीसी विकार (ल्यूकोपेनिया आदि), अस्थि मज्जा विफलता सिंड्रोम, अप्लास्टिक एनीमिया, रक्तस्राव विकार (हेमोफिलिया और अन्य)। उन्हें एएमएल, ऑल, मल्टीपल मायलोमास, सीएमएल, हॉजकिन्स लिंफोमा, एनएचएल आदि जैसे सभी ब्लड कैंसर के इलाज में विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाता है। डॉ.अभिषेक ने अपना एमडी प्रतिष्ठित ग्रांट मेडिकल कॉलेज और जेजे ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स, मुंबई से किया है। अपनी एमडी की डिग्री खत्म करने के बाद, उन्होंने मद्रास मेडिकल कॉलेज, चेन्नई, तमिलनाडु के क्लिनिकल हेमेटोलॉजी के सबसे प्रतिष्ठित और सबसे बड़े विभाग में से एक से डीएम क्लिनिकल हेमेटोलॉजी में तीन साल का कठोर प्रशिक्षण लिया है, जहां उन्हें अस्थि मज्जा सहित घातक और सौम्य हेमेटोलॉजी में प्रशिक्षित किया गया था। इस अवधि के दौरान उन्होंने कीमोथेरेपी और साइड इफेक्ट्स के साथ-साथ लक्षित इम्यूनोथेरेपी में ज्ञान प्राप्त किया। वह सभी सीएमई, सेमिनार और स्नातकोत्तर शिक्षण कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से शामिल थे। उन्होंने कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मणिपाल में सहायक प्रोफेसर के रूप में भी काम किया है।

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