गौतम बुद्ध शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में क्रिसमस गैदरिंग का आयोजन
दबे-कुचले व शोषितों की रक्षा का देता है संदेश : डॉ विमल रेवेन
संवाददाता : हजारीबाग
गौतम बुद्ध शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय मुकुंदगंज, हजारीबाग में मंगलवार को क्रिसमस गैदरिंग का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य अतिथि संत कोलंबा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ विमल रेवेन उपस्थित थे। मुख्य अतिथि को पुष्प गुच्छ व शॉल देकर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अरविंद कुमार यादव ने सम्मानित किया। दीप प्रज्ज्वलन के साथ ही केक काटकर कार्यक्रम की शुरूआत की गई। कार्यक्रम में बीएड व डीएलएड के प्रशिक्षुओं ने गीत व नृत्य प्रस्तुत कर समां बांध दिया। मौके पर डॉ विमल रेवेन ने क्रिसमस की बधाई देते हुए कहा कि जब जीसस क्राइस्ट का जन्म हुआ था तब सबसे पहले समाज के सबसे निचले पायदान पर रहने वाले लोगों को सूचना दी गई थी। जबकि उस समय वहां राजतंत्र की शुरूआत हो चुकी थी।
यीशु के जन्म समाज के दबे-कुचले, शोषितों की रक्षा करने का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि पूर्व के देशों को यीशु तक पहुंचने के लिए ‘तारों’ ने दिशा दिखाई। सात तारों में से एक ध्रुव तारा के जरिए ज्योतिषी यीशु तक पहुंच पाए। यीशु के भाईचारे का संदेश लोगों को समझना होगा। यह समय की मांग है। बताया कि यहूदी, ईसाई व इस्लाम का उदगम एक ही जगह हुआ। इसके बाद भी लोग आपस में लड़ रहे हैं। इसे इजराइल-फिलिस्तीन युद्ध से बखूबी समझ जा सकता है। मौके पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अरविंद कुमार यादव ने कहा कि जिस तरह सभी नदियां समुद्र में मिल जाती है उसी तरह सभी धर्म मानव कल्याण का संदेश देती है।
मानव कल्याण ही अंतिम लक्ष्य होना चाहिए। क्रिसमस यह संदेश देता है कि आपस में प्रेम भाव, दया, सहानुभूति व मेल-मिलाप हो। सभी धर्मों के बीच परस्पर समन्वय की भावना होनी चाहिए। उन्होंने यीशु के बताए मार्ग पर चलने की सलाह दी। मंच संचालन प्रशिक्षु मुकेश कुमार मंडल व प्रीति कुमारी ने की। धन्यवाद ज्ञापन सहायक व्याख्याता कुमारी अंजलि ने की।