मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर रांची के सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार के द्वारा सिविल सर्जन कार्यालय के प्रांगण से फिरायालाल चौक तक प्रभात फेरी का आयोजन किया गया
संवाददाता : हंसराज चौरसिया
रांची
सोमवार को मानसिक स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष पर सिविल सर्जन रांची डॉ प्रभात कुमार के द्वारा सर्वप्रथम सिविल सर्जन कार्यालय के प्रांगण से फिरायालाल चौक तक प्रभात फेरी का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य रूप से एनएमटीसी नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं ने भाग लिया। तत्पश्चात सिविल सर्जन कार्यालय के सभागार में सिविल सर्जन की अध्यक्षता में परिचर्चा का आयोजन किया गया। वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सर्वप्रथम सिविल सर्जन के द्वारा बताया गया कि मानसिक स्वास्थ्य दिवस की शुरुआत विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 7 अप्रैल 1948 को शुरुआत की गई थी। पूरे विश्व में यह 1950 में लागू किया गया। जिसका मकसद मानसिक तौर पर लोगों को स्वस्थ रखा जाना है। खास तौर पल कोविड-19 महामारी के दौरान लोगों में मानसिक अवसाद या मानसिक रूप से लोगों में अपने स्वास्थ्य के प्रति चिंता बढ़ी है।
वहीं जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी सह नोडल पदाधिकारी एनसीडी सेल रांची डॉ शोभा किस्पोट्टा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मानसिक स्वास्थ्य एक ऐसी स्थिति है, जिसमें व्यक्ति को अपनी क्षमताओं का एहसास होता है। इस स्थिति में व्यक्ति दूसरों के साथ सकारात्मक तरीके से बातचीत कर सकता है। साथ ही तनाव की समस्या से निपटने की क्षमता भी रखता है।
जबकि इस कार्यक्रम के दौरान जिला कार्यक्रम सहायक अभिषेक देव ,फाइनेंशियल एवं लॉजिस्टिक कंसलटेंट सरोज कुमार चौधरी, मनोवैज्ञानिक नाजिया, जिला सलाहकार सुशांत कुमार , सोशल वर्कर सतीश कुमार एवं डाटा एंट्री ऑपरेट सौरव आनंद मौजूद रहे।