संतानों की कामयाबी से गर्वित है कुलडंगाल की जनता
झारखंड न्यूज 24
बासुदेव
नाला
नाला प्रखंड का कुलडंगाल गांव पढ़ाई लिखाई एवं नौकरी के मामले में पिछले एक दशक से चर्चा का विषय बना हुआ है तथा औरों के लिए प्रेरणास्रोत भी है। जामताड़ा जिला का नाला प्रखंड क्षेत्र में स्थायी रोजगार और आसानी से नौकरी का घोर अभाव है। ऐसी स्थिति में कड़ी मेहनत और आगे बढ़ने की ललक से यहां हर साल कोई न कोई नौकरी हथियाने में अवश्य कामयाबी हासिल करते हैं। यही कारण है कि यहां एक अलग ही वातावरण बनने लगा है। प्रतिस्पर्धा के मौजूदा दौर में खास कर छात्रों ने तो कुछ मिसाल कायम करने तथा परिवार समाज का नाम रोशन करने के लिए मानो संकल्प ले रखा है। हाल के दिनों में दीपक कुमार ठाकुर ने पीएचडी डिग्री के लिए नेट क्वालीफाई कर इन दिनों कोयलांचल विश्वविद्यालय धन्यवाद से आदिवासी साहित्य में पीएचडी डिग्री हासिल करने के लिए अध्ययन रत हैं। वहीं इसी गांव के सुब्रतो गोराईं एमबीबीएस डिग्री के लिए नीट परीक्षा में सफलता प्राप्त किया है। इतना ही नहीं काजल पाल उच्च विद्यालय के शिक्षक बने है तथा दर्जनाधिक युवा भिन्न भिन्न सेक्टर में नौकरी के लिए अथक मेहनत पर जुटे हुए हैं। गौरतलब है कि वर्षों पहले इस गांव में दो दो सीए डिग्री प्राप्त करने वाले वर्तमान में जाॅब करते हैं। इधर मुरुलीधर झा के पुत्र सत्यम एवं शुभम ने बीते दिनों सीए की डिग्री प्राप्त कर फिर से गांव समाज का नाम रोशन किया है। इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया (आइसीएआइ) द्वारा बुधवार काे सीए फाइनल परीक्षा का परिणाम जारी करते ही पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है। ॴफिसियल बेवसाइट पर रिजल्ट घोषणा होने और परिवार को इसकी भनक लगते ही पहले सत्यम शुभम की मां के आंखों में खुशी की आंसू टपक रही थी। फिर मिठाई खाने, खिलाने का दौर शुरू हुआ। शिक्षक मुरलीधर झा एवं सुधा झा के दोनों होनहार पुत्र सत्यम तथा शुभम ने सीए फाइनल परीक्षा में कामयाबी हासिल कर उदीयमान छात्र छात्राओं को एक नया संदेश दिया है। एक भेंटवार्ता में उन्होंने पढ़ाई लिखाई और मेहनत के बारे में कहा है कि 12-14 घंटे नियमित रूप से पढ़ते थे। उन्होंने कहा कि छात्र जीवन में सफल असफल का दौर आता है लेकिन हिम्मत नहीं हारना चाहिए। ध्यानपूर्वक अध्ययन करने से सफलता ताे मिलनी ही है तथा मनपसंद मंजिल भी। मध्य विद्यालय देवली -कुलडंगाल से प्राथमिक शिक्षा,पालाजोड़ी-देवघर से माध्यमिक, रांची से विज्ञान संकाय में इंटरमीडिएट करने के उपरांत दोनों का ही झुकाव सीए की ओर बढ़ा। कोलकाता में रहकर सीए की डिग्री हासिल करने वाले सत्यम देश में ही नौकरी का मन बनाया है जबकि मनपसंद करियर मिलने पर शुभम विदेश जाना चाहते हैं। हालांकि उनके माता पिता का शुरू से ही भरपूर सहयोग, मार्गदर्शन रहा है जिससे खुश होकर संतानों ने भी कुछ कर दिखाने का ठाना है। जानकारी हो कि इस खुशखबरी के सुनते ही झा परिवार के रिश्तेदार, मित्र, हितैषी सहित स्थानीय समाज के लोगों द्वारा बधाई देने का तांता लगा हुआ है। खुशी का इजहार करते हुए शिक्षक समाज,पंडा धर्म रक्षिणी सभा के साथ साथ जियाराम ठाकुर, जयदेव गोराई, दिलीप कुमार झा, भोलानाथ पाल, नेपाल चंद्र दास, मुक्ता हरी पाल, प्रकाश झा, लालटू दास,
अशेष कुमार पाल,दानीनाथ कर आदि ने कामयाबी पर बधाई दी है।