झारखंड न्यूज 24।
कुंडहित (जामताड़ा)।
अमित नाग ।
कुंडहित प्रखंड के बंगाल सीमा से सटे सरकारी विद्यालयों का संचालन सरकारी नियमों को ताक में रखकर शिक्षक अपने मनमर्जी से करते है। चाहे सरकारी अधिकारी कितने भी दावे करें लेकिन हकिकत कुछ दुसरा ही वंया करती है। जिसका जिताजागता उदाहरण गुरुवार को कुंडहित प्रखंड के बंगाल सटे मुड़ाबेड़िया पंचायत अन्तर्गत दो सरकारी विद्यालयों में देखने को मिला।
केस नं0 1 :- सुबह 10:50 बजे प्राथमिक विद्यालय बनमारा पहॅूचने पर देखा गया। विद्यालय के बाहर कुछ बच्चे खेल रहा था। जबकि एक ही वर्ग कमरे में एक सहायक अध्यापक बाबुश्वर मरांडी वर्ग प्रथम से पंचम तक के 23 बच्चों को पठन पाठन करा रहे थे। जबकि दुसरे शिक्षक सचिव भुबन हांसदा ऑफिस के कार्य में व्यस्त थे। विद्यालय में दो वर्ग कमरा तथा दोनो शिक्षक होते हुए भी एक ही वर्ग कमरा में कक्षा संचालन किया जा रहा है। इस पर सचिव ने बताया कभी -कभी कार्य रहने पर बाहर जाना पड़ता है। इसलिए सभी बच्चों को एक ही वर्ग कमरा में बैठाया जाता है। जबकि दुसरा बंद कमरा देखा गया तो वहां एक भी बैंच डेंस्क नही था। इससे प्रतित होता है कि प्रतिदिन एक ही कमरा में बच्चों का पठन पाठन किया जाता है।
केस नं 02:- प्राथमिक विद्यालय आगोयशोला 11:55 बजे पहॅूचने पर देखा 14 स्कूली बच्चें विद्यालय से बाहर पेड़ के नीचे खेल रहे थे। जबकि विद्यालय के कार्यालय में दो शिक्षक बैठे हुए थे। विद्यालय के सचिव नियामुल हक से पुछने पर बताया की 10:30 से 10:45 बजे तक बच्चों को मध्यावकाश दिया गया था। बच्चे घर खाने गये थे।
अब सवाल यह है कि आखिर बच्चे इतने देर तक पेड़ के नीचे खेल रहे थे, क्या शिक्षकों को ध्यान बच्चों के तरफ नहीं था ? क्या प्रतिदिन इसी तरह का ही पठन-पाठन विद्यालय में होता है ?
अभिभावक बहुत आशा के साथ अपने बच्चों को विद्यालय में पढ़ने के लिए भेजता है, लेकिन सरकार सारे सुविधा देने के बावजूद भी विद्यालय के शिक्षकों द्वारा अपने मनमर्जी से कक्षा संचालन करने एवं बच्चों के प्रति शिक्षकों का ध्यान नहीं होने से इसका खामियाजा इस क्षेत्र के अभिभावक को भुगतना पड़ता है।
क्या कहते है अधिकारी:-
बीईईओ राम सुन्दर भगत ने बताया पत्रकारों के माध्यम से विद्यालय संचालन गड़बड़ी का जानकारी प्राप्त हुआ। सीआरपी को दोनों विद्यालय का जांच कर रिर्पोट देने को कहा गया है। साथ ही सभी सीआरपीयों को नियमित विद्यालयों का निरीक्षण कर प्रतिदिन कार्यालय मे रिर्पोट देने को कहा गया।