कांग्रेस नेताओं ने जिला प्रशासन से बरही, सिंघरावां में चल रही फैक्ट्रियों में गतिविधियों की जानकारी लेने का किया मांग
कांग्रेस नेताओं ने उठाई आवाज, कहा वर्षों बाद भी किसी स्थानीय को रोजगार नहीं
संवाददाता : चौपारण/बरही
सिंघरावां की एक कोल आधारित फैक्ट्री का खबरों में चर्चा के बाद से सिंघरावां के ग्रामीणों और बरही के लोगों में खासा चर्चा है कि यहां दर्जनों फैक्ट्रियां तो खुल गई हैं, पर क्या इनसे क्षेत्र के लोगों का कुछ भला हो रहा है या फिर इसकी आड़ में कोई गोरखधंधा चल रहा है। उल्लेखनीय है कि सिंघरावां क्षेत्र के पीपरा, आदि गांवों में और बरही के कोनरा क्षेत्र में कोल आधारित दर्जनों फैक्ट्रियां चल रही हैं। इस मुद्दे पर कांग्रेस ओबीसी प्रकोष्ठ के जिला सचिव दीपक गुप्ता और कांग्रेस सेवा दल के बरही विधानसभा अध्यक्ष उदय केसरी ने संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन से मांग की है कि इन फैक्ट्रियों की गतिविधियों की जानकारी लेकर इनकी वास्तविकता स्थानीय लोगों के लिए जाहिर किया जाए। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि बरही और सिंघरावां के स्थानीय लोग कहते हैं कि उन्हें इन फैक्ट्रियों के खुलने से रोजी रोजगार मिलने की उम्मीद जगी थी, पर वर्षों बाद भी सिर्फ मायूसी मिली है। वहीं इन फैक्ट्रियों में किसी वस्तु के निर्माण कार्य से ज्यादा कोयले के हड़कुपे चल रहे हैं। इससे आसपास के क्षेत्र में वायु प्रदूषण का खतरा बढ़ गया है। जिससे भविष्य में कई तरह का खतरा होने का संभावना हैं।
कांग्रेस के नेताद्वय ने ग्रामीणों की उम्मीदों और परेशानियों के मद्देनजर इन फैक्ट्रियों के प्रबंधकों से मांग की है कि एक माह के अंदर वे अपने फैक्ट्री में कार्यरत स्थानीय लोगों की संख्या बताएं या फिर स्थानीय लोगों की बहाली की घोषणा करें, और कंपनी नियमावली के साथ कार्य करें अन्यथा उनके खिलाफ ग्रामीणों के साथ आंदोलन किया जाएगा।ग्रामीणों ने कहा सिंघरावा, डुमरी, चक, गोविंदपुर, पिपरा, सहित कई गांव के ग्रामीणों के बिरोध के बावजूद सिंघरावा में कोयला व्यापारियों ने खड़े कर दिए कोयला का कई कोयला हड़कुपा, बड़ी संख्या में जनता अपनी भविष्य की समस्या को लेकर मायूस दिख रहा हैं। एक ओर जनता का कहना है हमारी क्षेत्र में कोयल इंडस्ट्री खुलने के वर्षो बाद भी गांव के लोगों को नहीं मिली नौकरी वही दूसरी ओर भविष्य में होने वाली कृषि और जल के साथ प्रदूषण होने वाली आम जनमानस को समस्या को लेकर बड़ी चिंता बनी है।