घंटो तक चिकितसक का इंतजार में लाईन में खड़े रहे मरिज डाक्टर नही पहुचे तो एमपीडब्लू ने ईलाज किया
सांवददाता – ओस्ताज अंसारी
भवनाथपुर, खरौंधी व केतार प्रखंड के करिब ढाई लाख आबादी को चिकित्सीय सुविधा पहुँचाने वाली स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अस्पताल की अव्यवस्था से मरीजों काे सुविधा नहीं मिल पा रही है.दिनों दिन यहां की व्यवस्था सुदृढ़ होने के बजाय बिगड़ती जा रही है.इसकी वजह है, अस्पताल में पदस्थापित चिकित्सकों की कर्तव्य के प्रति बरती जा रही लापरवाही. सोमवार को सुबह 8 बजे से ओपीडी खुलने के समय से घंटों बाद तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में संचालित ओपीडी से चिकित्सक गायब थे, जबकि दूर दराज क्षेत्रो से आये मरीज ओपीडी के बाहर डॉक्टर के आने के इंतजार में बैठे रहे. इस बीच कई महिला मरीज अस्पताल की व्यवस्था और चिकित्सक को कोसते नजर आईं.ओपीडी में डॉक्टर के नहीं रहने से मरीजों की कतार लगी रही. इलाज के लिए आये सुनिता देवी, चन्द्रवती देवी, विरेन्द्र पासवान,
विमिला देवी, आर्यन कुमार,
उर्मिला देवी, सोनी देवी सहित अन्य मरीजों का कहना था, अस्पताल में ईलाज हेतु पर्ची कटाकर डॉक्टर से दिखाने के लिए कतार में खड़े है, लेकिन दो घण्टे बीत जाने के बाद भी एक भी चिकित्सक ओपीडी में नही पहुंचे है, अगर इसी तरह चिकित्सको की मनमानी चली तो गरीब मरीजो का ईलाज कैसे होगा.
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अवस्था का आलम कोई नई बात नहीं है .अस्पताल में डॉक्टर की घोर कमी है. डॉक्टर रहते हैं फिर भी कितनी बार शिकायतें मिलती हैं इलाज नहीं करते हैं. चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर दिनेश कुमार सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभार में हैं .भवनाथपुर में कब आते हैं कब जाते हैं या मरीजों का इलाज कब करते हैं यह बता पाना मुश्किल है .जब प्रभारी मरीजों का इलाज नहीं करते हैं आयुष चिकित्सक और एमपीडब्ल्यू की क्या बात करें.
*मरीजो की बढ़ती भीड़ देख एम्पीडब्लू ने किया मरीजो का ईलाज* अस्पताल में मरीजो की बढ़ती भीड़ को देख अस्पताल में तैनात एम्पीडब्लू विद्यानंद प्रजापति ने मरीजो का ईलाज करना शुरू किया। पूछने पर एम्पीडब्लू ने बताया कि ओपीडी में महिला चिकित्सक प्रियंका कुमारी की ड्यूटी लगी थी, जब वे नही आई तो चिकित्सा प्रभारी के निर्देशानुसार मरीजो का मुझे ईलाज करना पड़ रहा है.
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दिनेश कुमार सिंह ने स्वीकारा कि मरीजों का इलाज आधे घंटे विलंब से शुरू हुआ है डॉ प्रियंका गढ़वा मीटिंग में चली गई थी जिस कारण देरी हुई है आगे से दोसा सुधीर से रहेगा मरीजों को परेशानी नहीं होगी