भगहर व रामपुर पंचायत के ग्राम सरधवाटांड मे हाथिओं का जामवाड़ा
गजराज को अपना अस्तित्व बचाने के लिये करना पड़ रहा है संघर्ष
झारखंड न्यूज 24 चौपारण
चौपारण प्रखंड के भगहर पंचायत व रामपुर पंचायत के ग्राम सरधवाटांड़ मे हाथियों का झुण्ड देखने को मिला है ।वनरक्षी पंकज कुमार ने बताया कि बिहार के रास्ते घटते जंगल और पानी की तलाश मे गांव और शहर की ओर गजराज का आगमन होता है तो उन्हें लाठी और डंडे के सहारे खदेड़ा जाता है l अनेक बार मनुष्यों को अपनी जान भी गंवानी पड़ती है l पंकज कुमार ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि जंगल की ओर न जाएं ,हाथी आपको नुकसान पहुंचा सकता है l मालूम हो कि महुआ चुनने के लिए ग्रामीण रात के अंधेरे में ही जंगल की ओर निकल जाते हैं और भटकते हाथियों से उनका सामना हो जाता है। कभी-कभी जान भी गंवानी पड़ती है।
आखिर क्यों गजराज गांव और शहर की ओर पलायन को मजबूर हैंl
अंधाधुंध जंगलों की कटाई और गर्मी के दिनों में पानी की तलाश में गांव और शहर की ओर हाथी भटक रहे हैं जिससे मनुष्य और हाथी के बीच टकराव में लगातार बढ़ोतरी हो रही है l टकराव का कारण जंगल को उजाड़ कर जंगल में इंसानों के बसने से जंगली जानवरों के स्वछंद विचरण में काफी परेशानी होती है। जंगल ना रहने से हाथियों को परिपूर्ण भोजन नही मिल पा रहा है जिसके चलते भी गांव और शहर की हाथी अपना रुख कर रहे हैं और फसलों तथा मानव को नुकसान पहुंचा रहे हैं ।अगर मनुष्य अब भी जंगल नही बचा पाते हैं तो सारे जंगली जानवर रोड पे आ जायेंगेl वहीं हाथी और मनुष्य के बिच लगातार टकराव की घटना चिंता का विषय है l जंगली जानवरों के घरों को अपने ऐशो आराम के लिये छिना जा रहा है जिससे जानवरों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है l वन विभाग चाह कर भी इस घटना को नही रोक पा रहा है l इससे वन विभाग की नाकामियां साफ झलकती है। वन विभाग के बाबु बड़े बड़े शहरों में ए सी रूम मे बैठकर वहीं से कागज पे फरमान जारी कर देतें हैं l बैठे बैठे सरकारी सम्पति का लाभ ले रहे हैं और आम जनता हाथियों से आतंकित हो रही है।