आईसेक्ट विश्वविद्यालय की ओर से सेमिनार का आयोजन
कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने आईसेक्ट के कृषि वैज्ञानिक आपके गांव” कार्यक्रम की शुरुआत की
संवाददाता – हंसराज चौरसिया
हजारीबाग
आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कृषि विभाग की ओर से सदर प्रखंड के अमनारी पंचायत के अमनारी गांव में स्थायी खाद्य सुरक्षा के आधुनिक व बेहतर समाधान को लेकर सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता पंचायत के मुखिया कृष्ण देव प्रसाद मेहता ने की। बता दें कि दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत किए जाने के बाद आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने “आईसेक्ट के कृषि वैज्ञानिक आपके गांव” कार्यक्रम की शुरुआत की और कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। ऐसे में उन्नत कृषि तकनीक ना केवल आम किसानों की आर्थिक स्थिति के मजबूती का आधार बनेगा बल्कि देश की अर्थव्यवस्था भी इससे मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि समय समय पर आईसेक्ट विश्वविद्यालय की ओर से कृषि के उन्नत तकनीकों को लेकर अलग-अलग गांवों में सेमिनार या अन्य माध्यमों से संबंधित जानकारियां साझा की जाएगी, ताकि आसपास के क्षेत्रों में इसका लाभ मिल सके। विश्वविद्यालय के कृषि विभाग के विभागाध्यक्ष प्रभात किरण ने मौके पर मौजूद किसानों व स्थानीय लोगों को मिट्टी जांच की अहमियत बताते हुए स्वस्थ मृदा कैसे बनी रहे, इसकी जानकारी दी। वहीं कृषि विभाग डीन डॉ अरविंद कुमार ने मांग आधारित खेती की बारीकियों से मौजूद ग्रामीणों को अवगत कराया। साथ ही आधुनिक खेती के लाभ को लेकर भी विस्तार से उन्होंने अपनी बातें रखीं। विश्वविद्यालय के डॉ सत्यप्रकाश, प्रिया कुमारी व फरहीन सिद्दीकी ने भी कृषि से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों से लोगों को अवगत कराया और फसलों में लगने वाले कीट से बचाव व जैविक खेती के लाभ को लेकर जानकारियां दी। विश्वविद्यालय के कृषि विभाग के विद्यार्थियों कौशल, संगीता व विकास ने भी पढ़ाई के दौरान सिखाए गए केंचुआ खाद की तरकीब मौजूद लोगों को बताई और इसकी महत्ता से भी लोगों को रूबरू कराया। जिला के प्रगतिशील कृषक श्रीराम प्रसाद ने अपनी सफलता की कहानी सभी से साझा की और कहा कि दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो कृषि क्षेत्र में भी उन ऊंचाइयों पर जाया जा सकता है, जहां हम पहुंचने की चाहत रखते हैं। इस दौरान विश्वविद्यालय की ओर से महिला कृषकों के बीच सब्जियों के बीज का नि: शुल्क वितरण किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मुखिया कृष्ण देव प्रसाद मेहता ने कृषकों के लिए किए गए आईसेक्ट विश्वविद्यालय के इस पहल की सराहना की और कहा कि इससे ना केवल किसानों को उन्नत कृषि कार्य की जानकारियां मिली बल्कि आने वाले समय में यहां के किसानों के लिए ऐसे सेमिनार आर्थिक समृद्धि की वजह भी बनेगा। मौके पर संगीता देवी, ज्योति, देवनारायण प्रसाद समेत बड़ी संख्या किसानों की मौजूदगी रही। संचालन विश्वविद्यालय की सह प्रध्यापिका फरहीन सिद्दीकी ने किया।