भैरवी नदी में बहे पटना के दो युवक, लोगों ने बचाया, कहा- मां छिन्नमस्तिका ने दी नयी जिंदगी
पुजारी और स्थानीय लोगों की मदद से किया गया रेस्क्यू, दोनों युवकों को सकुशल भैरवी नदी से निकाला बाहर
संवाददाता – उतम कुमार शर्मा
रामगढ़
देश ही नहीं पुरे विश्व विख्यात सिद्धपीठ मां छिन्नमस्तिका मंदिर के पास से भैरवी नदी बहती है शनिवार को तेज बहाव में पटना से आए मनीष और अभिषेक बहने लगे । दोनों युवक रजरप्पा मंदिर में पूजा अर्चना के लिए आए थे बहने के क्रम में दामोदर भैरवी संगम स्थल के पास दोनों युवक बचते बचाते एक गड्ढे में किसी तरह चट्टान को पकड़ खड़े हो गए । जान बचाने की गुहार लगाने लगे, यह देख स्थानीय लोग और मंदिर न्यास समिति के पुजारी ने कड़ी मशक्कत के बाद दोनों युवकों को सकुशल नदी की तेजधार से बाहर निकाला । बता दें कि बिहार की राजधानी पटना से श्रद्धालुओं की एक टोली शनिवार को मां छिन्नमस्तिका का दर्शन करने रजरप्पा पहुंची थी । इसमें एक युवक भैरवी नदी में नहाने के लिए चला गया , चट्टान पर युवक के पैर फिसल जाने के कारण युवक बहने लगा । अपने मित्र को डूबता देख दूसरा युवक उसे बचाने के लिए नदी में कूद गया और देखते ही देखते दोनों युवक पानी के तेज बहाव में बहने लगे । बहते क्रम में युवको ने नदी से ही बचाओ-बचाओ की आवाज लगाने लगे , इसी बीच स्थानीय युवकों की एक टोली और मंदिर न्यास समिति के पुजारी ने आवाज देते हुए युवकों को नदी के आसपास मौजूद चट्टान को पकड़ने के लिए कहा कि किसी तरह दोनों भैरवी नदी संगम के ठीक ऊपर चट्टान को पकड़ने में सफलता पाई और पत्थर को पड़कर खड़े रहे । स्थानीय लोगों के साथ मिलकर मंदिर के पुजारी ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया । इसी बीच रस्सी के सहारे स्थानीय युवक पिंटू भैरवी नदी की तेज धार में दोनों युवकों के पास पहुंचा । फिर एक-एक करके दोनों को रस्सी से बांधकर भैरवी नदी की तेज धार से निकालकर बाहर ले आए । उनके सकुशल बाहर आने पर वहां मौजूद लोगों ने कहा कि मां छिन्नमस्तिका के आशीर्वाद से दोनों युवकों की जान बच गईं । मौत के मुंह से निकल कर आए दोनों युवकों ने मां छिन्नमस्तिका के साथ-साथ सभी लोगों को धन्यवाद दिया ।