पांच करोड़ कैश लूटकांड में पुलिस को मिली सफलता, कन्याकुमारी से गिरफ्तार हुआ मास्टरमाइंड, 77 लाख बरामद
संवाददाता : गिरिडीह
जमुआ थाना इलाके के बाटी मोड़ के पास दो माह पूर्व हुई पांच करोड़ की लूट में पुलिस को एक और सफलता मिली है। पुलिस ने इस बार कांड के मास्टरमाइंड गुलाब साव को गिरफ्तार किया है। गुलाब की गिरफ्तारी एसपी दीपक कुमार शर्मा और उनकी टीम ने की है। पकड़े गए खिरोधर साव ऊर्फ गुलाब साव (हजारीबाग के बरही निवासी) के पास से लूट की राशि में से 77 लाख बरामद किया गया है। इसकी जानकारी गुरुवार को एसपी दीपक शर्मा ने प्रेस वार्ता में दी। बताया कि इनके साथ मुन्ना दास नामक आरोपी की गिरफ्तारी हुई है। मुन्ना भी हजारीबाग के बरही का रहने वाला है। एसपी ने बताया कि इस कांड के मास्टरमाइंड को पकड़ने के लिए लगातार छापेमरी की जा रही थी। मास्टरमाइंड को पकड़ना था। ऐसे में विशेष टीम काम कर रही थी। टीम का नेतृत्व खोरी महुआ एसडीपीओ मुकेश कुमार महतो कर रहे थे। टीम देश के विभिन्न राज्यों में जा चुकी थी. टीम दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई तक जा चुकी थी। इस बीच सूचना मिली कि खिरोधर तमिलनाडु राज्य अंतर्गत कन्याकुमारी में छिपा है। इस सूचना पर गिरिडीह पुलिस की टीम कन्याकुमारी भी पहुंची। यहीं से खिरोधर को गिरफ्तार किया गया। बताया कि अभी तक इस मामले में आठ लोगों की गिरफ्तार किया जा चुका है। बता दें कि बिहार पटना से पांच करोड़ रुपया लेकर चली एक क्रेटा कार में लूट हो गई थी। इस मामले को लेकर गुजरात के पाटन जिला अंतर्गत सांतलपुर निवासी मयूर सिंह जडेजा ने एफआईआर दर्ज करवायी थी।
जमुआ थाना कांड संख्या 256/23 में गुजरात निवासी मयूर सिंह ने बताया कि पटना के डीवाई कंपनी से पांच करोड़ रुपया क्रेटा कार के अंदर बने एक बॉक्स में रख दिया गया। 20 जून की शाम 8-9 बजे के बीच कोलकाता के लिए वह निकल गया। 21 जून की रात लगभग 1:30 बजे वे लोग गिरिडीह जिले के जमुआ थाना इलाके के टीकामगहा पहुंचे और यहां पेट्रोल पंप में तेल भरवाया। यहां से अभी आगे बढे थे कि ओवरटेक कर एक स्कार्पियो ने उसकी गाड़ी को रुकवाया। उन्हें कब्जे में ले लिया। मारपीट कर उसे व क्रेटा कार में बैठे उसके सहकर्मी को स्कार्पियो वाहन पर बैठा लिया गया। बाद में दोनों का मोबाइल छीनकर स्कॉर्पियो को कच्ची रास्ता में ले गया, थोड़ी देर बाद अपराधियों ने उन्हें स्कार्पियो से भी उतार दिया और वाहन लेकर चले गए। इसके बाद दोनों पैदल ही भटकते – भटकते सुबह पांच बजे पक्की सड़क पर पहुंचे। यहां पर एक होटल के पास उन्हें अपना वाहन क्रेटा दिखा। जब वह अपने साथी के साथ वाहन के समीप पहुंचे तो देखा कि गाड़ी के अंदर बना बॉक्स टूटा हुआ है और पांच करोड़ गायब है। इस घटना के बाद तत्कालीन एसपी ने विशेष टीम का गठन किया था।
टीम ने सात आरोपियों में से छह आरोपियों को गिरफ्तार भी उस वक्त किया था जिन्हें पकड़ा गया था उनमें धनबाद जिले के गोविंदपुर थाना क्षेत्र के रामनगर विलेज रोड निवासी राजेश सिंह, गोविंदपुर के अमलाटांड़ निवासी मो करीम अंसारी, गोविंदपुर के अमरपुर उपर बाजार विनोद विश्वकर्मा और फकीरडीह का रहनेवाला शहजाद आलम, हजारीबाग के बरही थाना इलाके के धमना निवासी रंजीत कुमार और चतरा जिला के इटखोरी थाना क्षेत्र के कोनी गांव का अजीत कुमार सिंह शामिल था। इनके पास से लूट की 3.24 करोड़ राशि को बरामद किया गया था। इनलोगों ने खिरोधर साव के संदर्भ में महत्वपूर्ण जानकारी दी थी। इस लूटकांड को अंजाम देने के लिए करीब डेढ़ माह पूर्व ही साजिश रची गयी थी, गिरोह के सदस्यों ने बरही में ही इस क्रेटा कार में चिप प्लांट किया था। इस टीम में एसडीपीओ खोरी महुआ मुकेश कुमार महतो, एसडीपीओ सरिया बगोदर नौशाद आलम, डीएसपी साइबर क्राइम संदीप सुमन के अलावा जमुआ थाना प्रभारी बिपिन कुमार, धनवार थाना प्रभारी पीकू प्रसाद, अनि सत्यदीप कुमार, राहुल चौबे, अभिमन्यु पड़िहारी, आरक्षी और हवलदार जोधन महतो, राजेश गोप, पीताम्बर पांडेय, सन्नी कुमार, राजेश कुमार, अखिलेश कुमार भानू, साकेत कुमार, टुनटुन कुमार साहू, नरेश हजाम, नगीना पासवान, आसीन अंसारी, राधेश्याम लकड़ा, बसंत सिंह सरदार, मंगरा उरांव, मुकेश भगत, मो नसीम, नेहाल अख्तर शामिल रहे।