उपायुक्त ने किया जिला कोषागार कार्यालय का निरीक्षण, महत्वपूर्ण फाइलों समेत स्ट्रॉन्ग रूम का किया जांच
सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से लगे अग्निशमन यंत्र की फायर ऑडिट कराने की आवश्यकता जताई
परीक्ष्यमान अकाउंट असिस्टेंट को उपायुक्त ने दिया झारखंड ट्रेजरी कोड नियमावली बुक
संवाददाता : हजारीबाग
उपायुक्त नैंसी सहाय ने गुरुवार को समाहरणालय भवन अवस्थित जिला कोषागार कार्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होनें स्टाक पंजी, स्टांप पंजी, ओपनिंग व क्लोजिंग रजिस्टर, अग्निशमन यंत्र, वज्रगृह सुरक्षा गार्ड एवं बज्रगृह के सुरक्षा के सुदृढ़ीकरण से संबंधित भवन प्रमंडल द्वारा निर्गत प्रमाण पत्रों इत्यादि की गहनता से जांच की। निरीक्षण के क्रम में उन्होंने सीसीटीवी के अधिष्ठापन की आवश्यकता जताई। निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त कोषागार पदाधिकारी उज्ज्वल चौरसिया के कक्ष में पहुंच कर महत्त्वपूर्ण फाइलों की जांच की। उन्होनें बिल आदि के भुगतान संबंधी संचिका, आउटसोर्सिंग वेतन भुगतान संबंधी फाइल, स्टॉक रजिस्टर, सर्विस बुक, कार्यरत कर्मचारियों की जानकारी आदि का निरीक्षण किया। मौके पर उन्होनें कहा की कोषागार में संचिका, विभिन्न परीक्षाओं के प्रश्न पत्र एवं महत्वपूर्ण दस्तावेज रखे जाते हैं। इस बाबत उन्होंने समय समय पर सभी सुरक्षात्मत अवयवो यथा फायर सेफ्टी, सुरक्षा गार्ड आदि को चुस्त दुरुस्त रखने की बात कही। उन्होंने कहा की स्ट्रांग रूम में लगे फायर सेफ्टी यंत्र की क्रियाशीलता को लेकर फायर ऑडिट कराने सहित फायर यंत्र के संचालन के लिए सुरक्षा प्रहरियों को पूर्ण प्रशिक्षण दिलाने का निर्देश दिया।
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने अप्रचलित स्टाम्प, पुराने रिकार्ड एवं अन्य खराब पड़े सामग्रियों का प्रबंधन करने के लिए विभाग से समन्वय स्थापित कर कार्रवाई करने को कहा। इस अवसर पर कोषागार कार्यालय में आठ प्रशिक्षणरत अकाउंट असिटेंट एवं चार डॉक्टर को उपायुक्त ने शुभकामना देते हुए हुए कहा कि कोषागार विभाग एक महत्त्वपूर्ण विभाग है, आपको इस ईकाई में अपने वरीय अधिकारीयों से बेहतर कार्य प्रबंधन सीखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि वित्तीय मामलो में गलतियों की संभावना नगण्य होती है इसलिए गंभीर एवं संवेदनशील होकर कार्य सीखने को आवश्यकता है। उपायुक्त ने पोस्ट रिटायरमेंट बेनिफिट्स, पेंशन आदि मामलों को प्राथमिकता के साथ निष्पादित करने की बात कही।
उपायुक्त ने परीक्ष्यमान कर्मियों को कोषागार एक्ट, सेक्शन एवं वित्तीय नियमावली की बारीकियों को सीखने के लिए झारखंड ट्रेजरी कोड किताब का वितरण किया। उपायुक्त ने कोषागार पदाधिकारी द्वारा व्यक्तिगत इच्छाशक्ति से कई पेंशनधारी जो कार्यालय आने में सक्षम नहीं है उन्हें उनके घर जाकर पेंशन संबंधी अड़चनों को दूर कर उनको उनके लाभ से आच्छादित करने की कारवाई की प्रशंसा की। उन्होंने सभी प्रशिक्षुओं से ऐसे कार्यप्रणाली से सीख लेने की बात कही। उपायुक्त ने अपने निरीक्षण के क्रम में सभी विभागों के कार्यालय प्रधान को निर्देश देते हुए कहा की वेतन सम्बंधी विपत्रो को ससमय कोषागार कार्यालय भेजें ताकि समय पर वेतन भुगतान की प्रक्रिया पूर्ण की जा सके। मौके पर कोषागार पदाधिकारी ने बताया कि महत्त्वपूर्ण विभाग होने के कारण पूरे जिलेभर से लाभुक इस कार्यालय में आते है उनकी सुविधा के लिए वेटिंग चेयर, शुद्ध पेयजल के लिए वाटर फिल्टर व दिव्यांग पेंशनधारियों के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था की गई है। मौके पर प्रशिक्षु आईएएस सुलोचना मीणा, कोषागार पदाधिकारी व कोषागार कार्यालय के कर्मी उपस्थित थे।