हूल दिवस पर सिद्धू कान्हू का सपना पूरा करने का नेताओं ने लिया संकल्प
पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने प्रतिमा पर किया माल्यार्पण
संवाददाता – हंसराज चौरसिया
रांची
हूल दिवस के मौके पर सिद्धू कान्हू पार्क में कांग्रेस, झामुमो, राजद, आजसू समेत कई दलों और संगठनों ने सिद्धू कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उनके हूल आंदोलन को याद किया ।
जल- जंगल- जमीन की लड़ाई जारी रखेंगे- बंधु
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने सिद्धू कान्हू को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि इन्होंने आज से पौने दो सौ साल पहले ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ आंदोलन का बिगुल बजाया था । आज भी देश में अंग्रेजों की जो फूट डालो और राज करो की नीति थी, वही अपनायी जा रही है ऐसे शासन को उखाड़ फेंकने का संकल्प लेते हैं। वहीं कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा कि सिद्धू कान्हू जैसे महान सेनानियों को हम नमन करते हैं और संकल्प लेते हैं कि जल जंगल और जमीन की लड़ाई जो इन्होंने की थी, वो लड़ाई हम जारी रखेंगे ।
आज भी लोगों का अधिकार बचाने की जरूरत – सुप्रियो भट्टाचार्य
झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि सामंतवाद और फासीवाद के खिलाफ एक निर्णायक लड़ाई सिद्धू कान्हू , चांद- भैरव और फूलो- झानू ने की थी. आज की तारीख में भी वो परिस्थितियां ज्यादा प्रासंगिक हैं । आज भी लोगों के जो अधिकार और प्रजातंत्र है, उसे बचाने की जरूरत है 2024 में वो प्रण जो हमारे मनीषियों ने लिया था, उसे बचाएंगे । जेएमएम के विनोद पांडे ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा इन महानायकों को नमन करता है और जो लड़ाई इन नायकों ने लड़ी थी, उनके सपने को पूरा करने का संकल्प लेता है। राज्य में जल, जंगल जमीन की रक्षा और पलायन और विस्थापन से मुक्ति ही हमारा लक्ष्य है।
सिद्धु कान्हू के वंशज को रोजगार दे सरकार- सुदेश महतो
आजसू के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो ने आंदोलन के नायकों को नमन करते हुए कहा कि इनके संघर्ष को बड़े प्लेटफार्म पर ले जाने की जरूरत है । राज्य सरकार को गुमनाम सेनानियों को शोध करवाना चाहिए और इनसे जुड़ी धरोहरों को राष्ट्रीय फलक पर स्थापित करवाना चाहि । सुदेश महतो ने इस बात पर दुख व्यक्त किया कि सिद्धू कान्हू की पांचवीं पीढ़ी अपने रोजगार के लिए सरकार से मांग कर रही है । मुख्यमंत्री को अगर थोड़ी सी भी संवेदना है तो इनकी समस्या का समाधान अविलंब करना चाहिए ।
आदिवासी संस्कृति को खत्म करने की साजिश- गीताश्री उरांव
अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद की गीताश्री उरांव ने कहा कि आदिवासी समुदाय अपनी संस्कृति और अपनी धरती की रक्षा के लिए हमेशा लड़ता रहा है । और आज एक बार फिर आदिवासी संस्कृति को खत्म करने की साजिश हो रही है इसे आदिवासी समुदाय कतई बर्दाश्त नहीं करेगा । सिद्धू कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने वालों में आदिवासी जन परिषद, राजधानी सावंता समिति, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, राष्ट्रीय आदिवासी छात्र संघ समेत कई संगठन शामिल थे ।