विश्वविद्यालय की समस्याओं को ले कर छात्र मोर्चा ने कुलपति को लिखा पत्र
हजारीबाग
झारखंड मुक्ति मोर्चा का छात्र संगठन ने विश्वविद्यालय में उत्पन्न समस्याओं को ले कर कुलपति और राज्यपाल को आवेदन लिख कर उत्पन्न समस्या से अवगत करवाया है ।पत्र में छात्र नेता चंदन सिंह ने पूर्व कुलपति के द्वारा कुलपति आवास ख़ाली नहीं करने को विश्वविद्यालय की गरिमा और कुलपति के मर्यादा के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और इसकी घोर निंदा की है। पत्र में चंदन सिंह ने लिखा है की विश्वविद्यालय में सैंकड़ों छात्रों का करोड़ों रुपए विभिन्न विभागों में नियुक्ति हेतु विश्वविद्यालय के द्वारा महीनों पहले लिया गया जिसमें विधि महाविद्यालय,मॉडल कॉलेज,एम.बी.ए और लगभग सभी विभागों में घंटी आधारित शिक्षकों के नियुक्ति से संबंधित है परंतु छात्रों का पैसा ले कर विश्वविद्यालय ने ना ही नियुक्ति की और ना ही छात्रों का पैसा वापस किया।
विश्वविद्यालय में कई ऐसे पदाधिकारी हैं जो वर्षों से एक से अधिक पद पर बने हुए हैं और विभिन्न जगहों से लाभ प्राप्त कर रहे हैं जिसमें पूर्ण कालिक दोनों पदों पर भी पदाधिकारी काबिज हैं।
सरकार और विश्वविद्यालय अधिनियम के अनुसार लियन एक बार ही लिया जाता है परंतु विनोबा भावे विश्वविद्यालय में राँची विश्वविद्यालय से विभाग आये शिक्षक विभाग से लियन लेकर पदाधिकारी बने हुए है।
सरकार के आदेश के अनुसार सेवा निवृत कर्मी से कार्य लेने पर शक्त रोक लगाई गई है वहीं विश्वविद्यालय के सिंडिकेट ने भी उक्त निर्णय पर मुहर लगाई है फिर भी दर्जनों कर्मी यहाँ अपना योगदान दे रहे हैं जो नियम विरूद्ध है।
वहीं विधि महाविद्यालय के एल.एल.एम विभाग में आधा से अधिक सिट ख़ाली है वहीं यहाँ कक्षायें भी सुचारु रूप से संचालित नहीं की जा रही हैं,विश्वविद्यालय में छात्रों की उपस्थिति 75% अनिवार्य कीया जाए।
कुलपति को लिखे पत्र की प्रति राजभवन,मुख्यमंत्री सचिवालय और कुलसचिव को भी दी गई है और मामले पर संज्ञान लेने का आग्रह किया गया है।