वर्षा का शीतल जल से तृप्त हो रही है धरा
■ प्रकृति में उभरी सुषमा की निखार से कृषक गण हुए अह्लादित
पाकुड़िया/पाकुड़
गुरूवार की संध्या को वर्षापात से प्रकृति में अनुठी निखार एवम मुरझाई कलियों तथा घास, फुस में छाई हरियाली से प्रखण्ड के कृषक गण जहां आह्लादित हैं वहीं बारिश से आम की डालियों में लटकती आम के फलों में मीठास आने की खुशी में बच्चों में प्रसन्नता हिलोरें लेने लगी है। वर्षा से लोगों को गर्मी से राहत तो मिली रही है जबकि पाकुड़िया बाजार में बड़े पैमाने पर निर्मित पक्की नालियों में भरी गंदगी की दुर्गंध से लोग कुछ निराश हैं।हालांकि बीच-बीच में नालियों की साफ-सफाई पंचायत करवाती रही है पर एक साथ पूरी सफाई नहीं होने से गंदगी पसरने की आशंका बनी रहती है। शुक्रवार को नाली की सफाई होती देखी गयी तथापि बड़े पैमाने पर नालियों की सफाई वर्षा के पहले अत्यावश्यक बताई जाती है। वर्षा से फिलहाल क्षति नहीं है परन्तू खरीफ फसल लगाने पर पर्याप्त मानसूनी वर्षा की आवश्यकता किसानों को होगी। यदि समय समय पर मौसमी बारिश होती रही तो खरीफ फसल के अलावे रबी फसलें भी अच्छी होने की आशा है। परन्तु यह मानसून पर निर्भर करेगा।