परम पूज्य मुनि श्री 108 विशल्य सागर जी महाराज ने दिया उपदेश
संवाददाता कृष्णा कुमार
हजारीबाग- दिगंबर जैन मंदिर बड़ा बाजार पारस भवन में परम पूज्य मुनि श्री 108 विशल्य सागर जी महाराज ससंघ के सानिध्य में प्रातः कालीन बेला में पांच से छह बजे तक मुनिवर के श्री मुख से देशना खिरी। सभी धर्म पिपासु बंधु समय पर आकर गुरुवर का उदपदेश सुनकर अपने जीवन को कृतार्थ किये। चौबीस ठाणा ग्रंथ की मुनि श्री ने चर्चा करते हुए चौबीस स्थानों का नाम की भेद बताएं जिसे सभी ने उत्साह पूर्वक सुना। तत्पश्चात अभिषेक एवं शांतिधारा का कार्यक्रम हुआ। उसके बाद मुनि श्री का आहारचर्या हुआ। आज हजारीबाग के विख्यात होम्योपैथिक डॉ नवेंदु शंकर ने मुनि श्री को श्रीफल भेंट कर मंगल आशीर्वाद प्राप्त किया। संध्या में बच्चों का अलका दीदी के सानिध्य में शिक्षण शिविर का क्लास हुआ जिसमें अलका दीदी ने धर्म के बारे में बच्चों को बताया। मीडिया प्रभारी विजय लुहाड़िया ने बताया कि बच्चों को दिए गए संस्कार श्रेष्ठ परिवार एवं समाज का मान करते हैं। संस्कारित बच्चे ही भविष्य में अपने आप को सिद्ध कर पाते हैं और ऐसे बच्चों से ही माता-पिता एवं दादा-दादी की पहचान बनती है तभी वह समाज और अपने आपको गौरवान्वित महसूस करते हैं । बच्चे काफी उत्साह उमंग और भक्ति पूर्वक पाठशाला में आ रहे हैं एवं धर्म लाभ ले रहे हैं। संध्या में महाआरती आचार्य भक्ति का कार्यक्रम हुआ। बाहर से आए विद्वान पंडित प्रतिष्ठाचार्य शशिकांत जी के सानिध्य में पूजन पाठ भक्ति कार्यक्रम का आयोजन होगा।