गुरु अर्जन देव जी का पुरा जीवन मानव सेवा को रहा समर्पित: राजीव जायसवाल
प्रिंस वर्मा, रामगढ़
सिख समुदाय के पांचवे गुरु श्री अर्जुन देव जी के 461 वें शहादत दिवस के अवसर पर रामगढ़ बिजुलिया में सिंह खालसा दल के ओर से शरबत, चना एवं बिस्किट वितरण का कार्यक्रम रखा गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि भाजपा रामगढ़ विधानसभा के युवा नेता राजीव जायसवाल, एवं विशिष्ट अतिथि दुलमी की जिला परिषद् सदस्य प्रीती दीवान,छावनी परिषद् की नामीत सद्स्य कृति गौरव गुरुद्वारा प्रधान परमदीप सिंह, छावनी परिषद के निवर्तमान उपाध्यक्ष अनमोल सिंह,पर्व प्रधान रमिंदर सिंह गांधी, बलजीत सिंह बेदी उपस्थित हुए । वही अतिथियों का सिंह खालसा दल के अध्यक्ष परमजीत सिंह सैनी और सदस्यो के द्वारा अंगवस्त्र एवं बेज पहनाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम की शुरुवात करने से पुर्व दीप प्रज्ज्वलित किया ओर हजारों राहगीरों के बिच चना, शरबत एवं बिस्किट वितरण किया गया। इस अवसर पर युवा नेता राजीव जायसवाल ने कहा कि गुरु अर्जन देव जी गुरु परंपरा का पालन करते हुए कभी भी गलत चीजों के आगे नहीं झुके। उन्होंने शरणागत की रक्षा के लिए स्वयं को बलिदान कर देना स्वीकार किया। मुगल शासक जहांगीर के आगे झुके नहीं। वे हमेशा मानव सेवा के पक्षधर रहे। सिख धर्म में वे सच्चे बलिदानी थे। उनसे ही सिख धर्म में बलिदान की परंपरा का आगाज हुआ। गुरु अर्जुन देव जी का जन्म 15 अप्रैल वर्ष 1563 में हुआ था। वे गुरु रामदास और माता भानी के पुत्र थे। उनके पिता गुरु रामदास स्वयं सिखों के चौथे गुरु थे। जबकि उनके नाना गुरु अमरदास सिखों के तीसरे गुरु थे। गुरु अर्जुन देव जी का बचपन गुरु अमरदास की देखरेख में बीता था। गुरु अर्जुन देव का पूरा जीवन मानव सेवा को समर्पित रहा है। वे दया और करुणा के सागर थे। वे समाज के हर समुदाय और वर्ग को समान भाव से देखते थे। वही इस अवसर पर गुरुद्वारा के मित प्रधान अमरजीत सिंह, सिंह खालसा दल के अध्यक्ष परमजीत सिंह सैनी, यंस सैनी, इंद्रपाल सिंह सैनी, टोनी सिंह, जसप्रीत सिंह,बलविंदर कौर उपस्थित थे।