सांसद जयंत सिन्हा ने झारखण्ड के राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात कर की हज़ारीबाग में एडुकेशन सिटी विकसित करने पर चर्चा
हज़ारीबाग की एडुकेशन सिटी झारखण्ड समेत अन्य राज्यों के लिए मिसाल बनेगी : सांसद जयंत सिन्हा
संवाददाता : हजारीबाग
हज़ारीबाग सांसद सह अध्यक्ष वित्त संबंधी संसदीय स्थायी समिति जयंत सिन्हा ने झारखण्ड के राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात कर हज़ारीबाग संसदीय क्षेत्र व झारखण्ड से जुड़े विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने राज्यपाल से विनोबा भावे विश्वविद्यालय को एडुकेशन सिटी के रूप में विकसित करने हेतु 50 एकड़ भूमि उपलब्ध करवाने हेतु आग्रह किया। राज्यपाल महोदय ने इस विषय पर आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
ज्ञात हो कि जयंत सिन्हा हज़ारीबाग में एजुकेशन सिटी बनाने के लिए काफी समय से प्रयासरत हैं। उन्होंने पूर्व में इसके निर्माण हेतु परियोजना पर विचार करने हेतु राज्य सरकार से आग्रह भी किया है। उन्होंने कहा कि झारखण्ड के सबसे बड़े विश्वविद्यालयों में से एक विनोबा भावे विश्वविद्यालय हज़ारीबाग में है। साथ ही यहां संत कोलंबा महाविद्यालय, कृष्ण वल्लभ महिला महाविद्यालय, आनंदा महाविद्यालय व मार्खम कॉलेज ऑफ कॉमर्स जैसे अन्य प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान भी हैं। इस विश्वविद्यालय के अंतर्गत हज़ारीबाग, रामगढ़, गिरिडीह, कोडरमा व चतरा ज़िले में स्थित महाविद्यालय भी आते हैं। यहाँ शिक्षा का स्तर इतना अच्छा है कि इस प्रमंडल के साथ अन्य ज़िलों से भी हज़ारों छात्र छात्राएं यहाँ पढ़ने आते हैं। मेडिकल कॉलेज के निर्माण से हज़ारीबाग शिक्षा के एक हब के रूप में उभर रहा है। इन विद्यार्थियों की प्रतिभा को दिशा मिल सके और उन्हें सभी साधन व एक सहायक माहौल दिया जा सके, इसके लिए हज़ारीबाग में एडुकेशन सिटी का निर्माण होना यथोचित होगा। यह परियोजना इस प्रकार की झारखण्ड की पहली होगी और अन्य राज्यों के लिए एक मिसाल बनेगी।
जयंत सिन्हा ने कहा कि यह विनोबा भावे विश्वविद्यालय का सौभाग्य है कि लॉ कॉलेज से सटे हुए और आकाशवाणी के बीच 3 एकड़ परती जमीन है और विश्वविद्यालय की पश्चिम दिशा में लगभग 200 एकड़ परती जमीन है। अगर यह जमीन विश्वविद्यालय को उपलब्ध करवा दी जाए तो आने वाले 50-100 वर्षों के लिए यहां शिक्षा के विकास में बहुत सहायता मिलेगी। यह विश्वविद्यालय हज़ारीबाग के ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को यहीं पर उच्च शिक्षा की व्यवस्था उपलब्ध करवा पाता है तो यह क्षेत्र के विकास में बड़ा योगदान होगा। इस विश्वविद्यालय के द्वारा प्रस्तावित नए पाठ्यक्रमों के द्वारा न केवल विद्यार्थियों का शैक्षणिक विकास होगा बल्कि रोज़गार व स्वरोज़गार के अवसर भी बढ़ेंगे।
जयंत सिन्हा ने राज्यपाल से आग्रह किया है कि वे विनोबा भावे विश्वविद्यालय को कम से कम 50 एकड़ बल्कि विश्वविद्यालय की पश्चिम दिशा के खाली जमीन को पूरा उपलब्ध करवाने की कृपा करें। यह कार्य क्षेत्र के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्यपाल महोदय का मार्गदर्शन प्राप्त कर नई ऊर्जा मिलती है। हज़ारीबाग संसदीय क्षेत्र के बहुमुखी विकास को गति देने में उनका सहयोग सदैव मिलता रहा है। समस्त क्षेत्रवासियों की ओर से इस सहयोग व मार्गदर्शन हेतु उनका हार्दिक आभार।