सदर विधायक ने रामनवमी और सरहुल जुलूस की अनुमति देने की मांग को लेकर सूबे के मुख्यमंत्री समेत समस्त मंत्रियों और गृह सचिव से मिलकर सौंपा ज्ञापन
हजारीबाग समेत पूरे झारखंड में पारंपारिक रामनवमी और सरहुल जुलूस निकालने की अनुमति तत्काल दें सरकार, जनआस्था का करें सम्मान – मनीष जायसवाल
हजारीबाग- सदर विधायक मनीष जायसवाल ने मंगलवार को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के जन्मोत्सव का त्यौहार रामनवमी और प्राकृतिक पर्व सरहुल को हजारीबाग समेत पूरे झारखंड पारंपारिक तरीके से जुलूस निकालकर मनाने की अनुमति की मांग को लेकर सुबह के मुख्यमंत्री सहित सरकार के सभी 10 मंत्रियों और गृह सचिव से मिलकर एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में विधायक मनीष जायसवाल ने निवेदन करते हुए कहा है कि हजारीबाग में प्रत्येक वर्ष रामनवमी के पावन अवसर पर आयोजित होने वाली ऐतिहासिक एवं विश्वविख्यात जुलूस-सह-शोभायात्रा मे लाखो लोग शामिल होते हैं। ये लाखों हिंदुओं की आस्था से जुड़ा विषय है। उल्लेखनीय है कि विगत 2 वर्षों से कोविड महामारी के कारण इस पावन पर्व का आयोजन आपदा प्रबंधन अधिनियम का अनुपालन करते हुए सादगी से किया गया।वर्तमान में सरकार द्वारा उक्त अधिनियम के अंतर्गत अनेक प्रकार की छूट दी गई है परंतु भीड़ व जुलूस के साथ- साथ सार्वजनिक कार्यक्रमों पर अब भी रोक लगी हुई है जबकि राज्य में उक्त महामारी का प्रकोप लगभग समाप्त हो गया है। ऐसी स्थिति में हजारीबाग में रामनवमी के पावन अवसर पर निकाली जाने वाली जुलूस- सह- शोभायात्रा प्रभावित हो रही है जिससे उक्त जिले के साथ-साथ पूरे राज्य में लाखों लोगों की आस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। आगे विधायक श्री जायसवाल ने पत्र में लिखा है कि परंपरा के अनुसार रामनवमी से पूर्व मंगला का आयोजन भी किया जाता है। प्रथम मंगला 22/03/2022 से प्रारंभ होगी परंतु सरकारी आदेश के अभाव में धर्मावलंबियों के बीच असमंजस की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में सरकार द्वारा यथाशीघ्र सकारात्मक निर्णय लिया जाना अति आवश्यक है।विधायक मनीष जायसवाल ने निवेदन करते हुए हजारीबाग सहित पूरे राज्य के लोगों की आस्था एवं जन भावनाओं को देखते हुए आगामी रामनवमी एवं सरहुल के अवसर पर हजारीबाग सहित अन्य जिलों में प्रत्येक वर्ष की तर्ज पर इस वर्ष भी भव्य जुलूस निकालने की अनुमति देने की मांग की है ।
रामनवमी और सरहुल जुलूस निकालने की अनुमति की मांग को लेकर विधायक मनीष जायसवाल ने सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, झारखंड सरकार के वित्त, योजना एवं विकास, वाणिज्य कर, खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग मंत्री रामेश्वर उरांव, ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पंचायती राज एवं संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम, स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण मंत्री बन्ना गुप्ता, महिला, बाल विकास व सामाजिक सुरक्षा मंत्री जोबा मांझी, श्रम, रोजगार प्रशिक्षण और कौशल विकास मंत्री सत्यानंद भोक्ता, स्कूली शिक्षा, साक्षरता, उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग मंत्री जगरनाथ महतो, अल्पसंख्यक कल्याण, पर्यटन, कला- संस्कृति, खेलकूद युवा कार्य एवं निबंधन विभाग मंत्री हफीजुल अंसारी, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग मंत्री मिथिलेश ठाकुर, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण, परिवहन विभाग मंत्री चंपई सोरेन, कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग मंत्री बादल पत्रलेख सहित गृह सचिव सह मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव एक्का से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा और तत्काल इस पर संज्ञान लेने का आग्रह किया ।
मौके पर विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि बड़ी ही अजीब विडंबना वह दुखद स्थिति है कि अपने प्रभु श्री राम का पर्व मनाने के लिए अपने ही राज्य में अनुमति मांगने पड़ रही है। फिलहाल हजारीबाग में कोविड के एक भी मरीज नहीं है और पूरे झारखंड राज्य में कोरोना का प्रभाव लगभग समाप्त हो चुका है। अधिकतर लोग वैक्सीनेटेड भी हो चुके हैं। सरकार ने बच्चों का स्कूलखोलने का अनुमति दे दिया है और अन्य प्रकार की गतिविधियां भी जारी है लेकिन धार्मिक जुलूस पर आप भी प्रतिबंध लगा हुआ है। रामनवमी और सरहुल का जुलूस युवा पीढ़ी को सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है और उन्हें नवीन ऊर्जा से ओतप्रोत करता है। ये आस्था के साथ ही लोगों के विश्वास का प्रतीक भी है। लोगों के जन भावना को देखते हुए तत्काल सरकार को रामनवमी एवं स्कूल जुलूस निकालने की अनुमति प्रदान करनी चाहिए ।