भक्ति भाव से भगवान प्रकट होते हैं -आदित्य पंडित महाराज
पोटका/पूर्वी सिंहभूम/झारखण्ड
सुरेश कुमार महापात्र की रिपोर्ट
पोटका प्रखंड अंतर्गत नारायणपुर में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह यज्ञ के द्वितीय दिवस मंगलवार को वृन्दावन राधाकुंड से आये कथा वाचक श्री श्री आदित्य पंडित महाराज ने कपिल मुनि के जन्म उत्सव, दु्र्वाजी के चरित्र विषय पर हजारों भागवत प्रिय भक्तों से रूबरू होते हुए प्राणी मात्र में कैसे भक्ति की सागर बहाई जाए इस विषय पर भागवत पुराण के अनुसार महर्षि कपिल मुनि का जन्म ऋषि कर्दम और पृथ्वी के शासक स्वयंभूव मुनि की पुत्री देवहुति के घर में हुआ था कर्दम मुनि ने अपने पिता भगवान ब्रह्मा के वचनों का पालन करते हुए समर्पित रूप से कठोर तपस्या की। उनके समर्पण से प्रसन्न होकर सर्वोच्च आत्मा भगवान विष्णु अपने दिव्य रूप में प्रकट हुए। इसी तरह हर मानव को अगर समर्पित भाव से भगवान को स्मरण करें तो भगवान उनके आत्मा में अवश्य प्रकट होंगे।
भागवत श्रोताओं ने नारायणपुर गांव में इतनी बड़ी और बांग्ला में भागवत पाठ करने को लेकर ग्रामवासीयों को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में आयोजन समिति के अध्यक्ष पार्थो मंडल, सचिव गौतम मंडल, कोषाध्यक्ष के. खंडवाल आदि के अलावे ग्रामीणों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।