श्रीदस स्कूल ने बिरहोर बच्चों के बीच टॉय डिस्ट्रीब्यूशन कैम्प का किया आयोजन
बिरहोर बच्चों को पढ़ाई से जोड़ने का माध्यम बनेगा टॉय डिस्ट्रीब्यूशन कैम्प : रोहित सिंह
श्रीदस के बच्चों ने बिरहोर टोला का किया दौरा, चॉकलेट्स, खिलौने और कॉपी किताब देकर अपनी अपनी खुशियां साझा किया
संवाददाता : बरही
श्रीदस इंटरनेशनल स्कूल ने खोराहर केवाल स्थित बिरहोर टोला में टॉय डिस्ट्रीब्यूशन (ड्राइव) कैम्प का आयोजन किया। खिलौना वितरण के क्रम में स्कूल के शिक्षक और बच्चों ने बिरहोर बच्चों के बीच जाकर खौलानों का वितरण किया। स्कूल प्रबंधन द्वारा बिरहोर बच्चों के साथ बैठकर बच्चों को खेल खेल में पढ़ाई के प्रति प्रोत्साहन भी किया। बिरहोर बच्चों को पढ़ाई के फ़ायदे से अवगत कराया। उपस्थित सभी बच्चों को खिलौने और पढ़ाई से संबंधित किताब कॉपी का वितरण करने पर बच्चों में खुसियाँ देखी गई। स्कूल के बच्चे अति पिछड़ा बिरहोर टोला के बच्चों के साथ अपनी खुशियां साझा की। इस दौरान श्रीदस के बच्चों ने समाज से वंचित बच्चों को खेलने की सामग्री के अलावा पढ़ने के सामग्री और चॉकलेट्स भेट की।
टॉय ड्राइव कैम्प को लेकर स्कूल प्राचार्य रोहित सिंह ने कहा कि श्रीदस स्कूल सामाजिक और व्याहारिक कार्यों में बच्चों की सहभागिता पर भी ध्यान देता है। टॉयज ड्राइव कैंप का मकसद था कि बच्चें आपसी भाईचारा सीख सकें और वंचित लोगों के लिए दया की भावना और जरूरतमंदों की मदद करने के लिए अपना योगदान को जान सकें। वहीं देख सकें और जान सकें कि आज भी समाज में ऐसी समुदाय है जो सामाजिक फायदें से वंचित है। उन्होंने कहा कि टॉय ड्राइव से बिरहोर बच्चों में पढ़ाई के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। यह अभियान बच्चों को पढ़ाई से जोड़ने का माध्यम बनेगा।
वहीं स्कूल शिक्षक अमरजीत पांडे ने स्कूल प्रबंधन को आभार जताते हुए बताया कि स्कूल की ऐसी ड्राइव कैंप का आयोजन करना अति सराहनीय है। इससे बच्चें सामाजिक वातावरण से परिचित होते हैं। इन्होंने वनवासी बिरहोर समाज के बारें में बताते हुए कहा कि झारखंड में विरहोर समाज की जनसंख्या दिन प्रति दिन घटते जा रही है और लगभग 15000 के करीब इनकी जनसंख्या बचा हुआ है।अति पिछड़ा होना और समाज से कटे रहने के कारण इनका औसत जीवन करीब 50 वर्ष है और आज स्कूल के बच्चें इनके साथ खिलौने और कॉपी किताब देकर अपनी खुशियां व्यक्त की। इस दौरान कक्षा 9वीं की छात्रा सिमरन ने बताया कि हमें यहां आकर और इन बच्चों के साथ मिलकर अच्छा लगा। और अपनी दर्द को बयां करते हुई बताई कि आज भी हम ऐसी सोसायटी में रह रहे हैं जहां अमीर और गरीब की खाई बहुत बड़ी है। जबकि स्कूल की छात्रा अवनी सिंह कक्षा 2 ने कहा कि मानवता हीं सबसे बड़ा धर्म है, और हमेशा हीं हमें जरूरतमंदों को मदद करना चाहिए।
कक्षा में 9 वीं में पढ़ने वाली छवि ने श्रीदस मैनेजमेंट को आभार जताते हुए कहीं कि इस तरह की ड्राइव कैंप में शामिल होने से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। और आज अपने इलाके की इस पिछड़े हुए समाज के बच्चों के साथ खिलौने और पढ़ाई की सामग्री भेंट करके बहुत अच्छा लगा। अभिनव कक्षा 9 के छात्र ने कहा कि यह मेरा पहला स्कूल ड्राइव विजिट था, और मुझे यहां आकर इनके साथ खुशियां साझा करके बहुत अच्छा लगा। इस टॉयज ड्राइव कैंप के दौरान स्कूल के 8वीं और 9 वीं के बच्चों के अलावा शिक्षक अमरजीत पांडे, हर्ष सिंह और अमन शामिल रहें।