1997 में निर्मित ध्वस्त पीसीसी पथ पूर्णतः क्षति ग्रस्त
जीर्ण सड़क पर आवागमन में लोगों को हो रही है भारी कठिनाई, ग्रामीणों ने विधायक से की जर्जर पथ पुनर्निमाण की मांग
झारखंड न्यूज़ 24
पाकुड़िया/पाकुड़/झारखंड:-
मदन प्रसाद भगत
चमचमाती अच्छी सड़कों को प्रगति का दर्पण कहते हैं पर प्रखण्ड मुख्यालय पाकुड़िया स्थित झारखण्ड राज्य ग्रामीण बैक पीसीसी पथ विगत कई सालों से जीर्णावस्था में रहने के बावजूद पुनर्निमाण नहीं किये जाने से आमजनों को आने जाने में कठिनाई हो रही है। विशेष रूप से वर्षा के दिनों में रोड पर बने बड़े बड़े गड्ढों में जल जमाव होने से लोगों के आवागमन में कठिनाई होती रही है।
6 एवं 7 दिसम्बर को हुई हल्की वर्षा से जल जमाव तथा कीचड़ होने से मुश्किलें बढ़ी है। 8 दिसम्बर को ग्रामीण बैंक तथा सीएसपी आये ग्रामीणों ने कहा कि पथ पर चलना बहुत ही कठिनाई भरा है। कहा कि वाहन आदि तो मुश्किल से चल पाते हैं। मालूम हो कि उक्त पीसीसी सड़क का निर्माण पाकुड़िया के तत्कालीन बीडीओ अंजनी कुमार ने 1997 में कराया। तदुपरांत उक्त पथ जर्जर होने पर अब तक न पंचायत और न ही किसी जन प्रतिनिधियों ने जीर्ण पीसीसी पथ के पुनर्निमाण की पहल की।
लोगों का मानना है कि 26 वर्ष पूरे होने पर भी बैंक रोड का फिर से निर्माण न किया जाना आमजन की पूर्ण उपेक्षा ही कही जायेगी। बैंक व सीएसपी आए लोगों से पूछने पर उन्होंने कहा कि ग्रामीण पथों का निर्माण किया जा रहा है लेकिन पाकुड़िया के ग्रामीण बैंक रोड को नहीं बनाना चिन्ता का विषय है। लोगों ने विधायक प्रोफेसर स्टेफन मरांडी से उक्त जीर्ण बैंक सड़क पुनर्निमाण कराने की मांग की है ताकि आम जन को आने जाने में सुविधा हो।