करियातपुर में इस वर्ष भी बन रहा है बाँस का दृश्य पुल एंव पानी झरना
जन कल्याण समिति के टीम ने इस वर्ष भी बना रही हैं बांस का पुल
इस नदी का सजावट देखने दूर-दूर से आते हैं लोग
संवाददाता : बरही
बरही प्रखंड के करियातपुर में बड़े ही धूमधाम स छठ पर्व मनाया जाता है। कहा जाता है कि हिंदुओं कि सबसे बड़ी आस्था का महापर्व एंव कठिन पर्व छठ पूजा ही माना जाता है। इसे मनाने को लेकर करियातपुर में हर वर्ष के भांति इस वर्ष भी जन कल्याण समिति के सदस्यों ने अपने मेहनत के बल पर छठ नदी में बाँस का पुल लगभग 5-6 वर्षों से बनते आ रहे हैं।
यह पुल सूर्य देव महाराज की प्रतिमा को दर्शन करने एंव छठ पुजा करने वाली व्रतियों को पुजा करने में कठिनाई ना हो इसलिए इस पार से उस पार जाने के लिए ये पुल बनाया जाता है। बता दें कि पुल को बनाने में समिति के सदस्यों नें छठ नदी में पानी के गहराई 8-10 फिट होते हुए भी ये पुल का निर्माण करते हैं। समिति के संस्थापक संतोष कुमार प्रजापति ने बताया कि हरेक वर्ष करियातपुर में बड़े ही धूमधाम एवं शांति ढंग के साथ छठ पूजा का पर्व मनाया जाता है।
उन्होंने ने बताया कि छठ पूजा का समय आते ही गांव के लोग करियातपुर चौक से छठ नदी तक स्वच्छ और साफ सफाई में लग जाते हैं। समिति के अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार प्रजापति ने बताया कि छठ पर्व षष्ठी पूजा कार्तिक शुक्ल पक्ष के षष्ठी को मनाया जाने वाला एक हिन्दू पर्व है। जो सूर्योपासना का यह अनुपम लोकपर्व मुख्य रूप से बिहार, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल, पूर्वी उत्तर प्रदेश आदि जैसे जगहों पर बड़े ही उमंग के साथ मनातें है। इस पूजा में गंगा मां और सूर्य देव भगवान की पूजा की जाती है। इस वर्ष नदी के साफ सफाई एवं सजावट में अहम भूमिका निभाने वाले बिरजू शर्मा, राहुल प्रजापति उपेंद्र भगत आदि लोग शामिल हैं। पुल बनाने में समिति के संस्थापक संतोष कुमार प्रजापति, अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार प्रजापति सचिव प्रकाश कुमार प्रजापति, कोषाध्यक्ष दीपक कुमार प्रजापति, मिडिया प्रभारी प्रदीप केसरी, कमलेश कुमार कुशवाहा, चंदन कुमार केसरी एंव गांव के समाजजेवी मुन्ना शर्मा एंव चंदन शर्मा मौजूद रहे।