स्थानीय मुद्दों को लेकर बदलाव संकल्प महासभा का आयोजन 16 जुलाई को
गाँधी मैदान में महाजुटान की तैयारियां जोरों पर, आम-अवाम है उत्साहित
संवाददाता : बरही
हजारीबाग के मटवारी स्थित गाँधी मैदान में 16 जुलाई को बदलाव संकल्प महासभा का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन को लेकर समिति की तैयारियां जोरों से चल रही है। महासभा को लेकर हजारीबाग और चतरा लोकसभा क्षेत्र की आम-अवाम काफी उत्साहित हैं। इस आयोजन को छात्र नौजवान मिलकर अंजाम दे रहे हैं। इस सभा में मुख्य तौर पर स्थानीय हक अधिकारों पर जयराम महतो एवं बरही विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी संजय मेहता सहित झारखंड के अन्य वक्ता अपनी राय रखेंगे। महासभा में चतरा, रामगढ़, कोडरमा, हजारीबाग जिले के लोग शामिल होंगे। विशेषकर हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के बरही, हजारीबाग सदर , बड़कागांव, मांडु, और रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के छात्र – नौजवान, बड़े – बुजुर्ग शामिल होंगे।
महासभा के मुख्य मुद्दे
इस सभा का मुख्य मुद्दा स्थानीय एवं नियोजन नीति होगा। साथ ही झारखंड समेत हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं पर भी वक्ता अपनी राय रखेंगे। निजी क्षेत्र के उद्योगों में स्थानीय को 75 प्रतिशत नौकरी, बड़कागांव के गोंदलपुरा आंदोलन को समर्थन, पकरी – बरवाडीह परियोजना में अब तक कई रैयतों को मुआवजा नहीं मिल पाना, बरही में जियाडा भूमि पर स्थापित उद्योगों से हो रहे प्रदूषण, रामगढ़ के बूढाखाप में चल रहे आंदोलन, जमीनों की लूट, छात्रों को अब तक छात्रवृति नहीं मिल पाना, ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण, हजारीबाग से लंबी दूरी की ट्रेनों की माँग, एनएच चौड़ीकरण में कई प्रभावित रैयतों को अब तक मुआवजा नहीं मिल पाना आदि माँगों एवं समस्याओं को लेकर वक्ता अपने – अपने विचार रखेंगे।
महासभा को लेकर क्या कहते हैं संजय मेहता
बरही विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी संजय मेहता ने कहा कि झारखंड 23 सालों बाद भी नीतिगत मसलों के दोराहे पर खड़ा है। यहाँ की स्थानीय नीति स्पष्ट नहीं होने के कारण नियोजन नीति का भी बिंदु फँस जा रहा है। छात्र नौजवानों में निराशा है। साथ ही निजी क्षेत्र के उद्योगों में स्थानीय को 75 प्रतिशत नौकरी की बात कही गयी है। इसके लिए विधेयक भी लाया गया। इसके बावजूद इसका पालन नहीं हो रहा। कई परियोजनाओं के नाम पर गरीब – किसानों का भूमि अधिग्रहित कर लिया गया लेकिन उन्हें आज तक मुआवजा नहीं मिला। कंपनियों के आने से प्रदूषण चरम पर है। पेयजल की समस्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में झारखंड के सभी लोकसभा और विधानसभा सीट पर पर स्थानीय और ईमानदार लोगों की जरूरत है। जो जनता के मुद्दों के साथ खड़े रहें न कि कम्पनियों से सांठ – गाँठ कर ले। इस सभा के माध्यम से नेतृत्व कौशल को उभारने की कोशिश की जाएगी। सभा में राज्य के पाँचो प्रमंडलों से युवा नौजवान नेता भी सम्मिलित होंगे।