आरोग्यम हॉस्पिटल में सर्पदंश का सफल इलाज कर बालक का बचाई जान
संवाददाता : हजारीबाग
हजारीबाग शहर के एकलौते सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल एचजेबी आरोग्यम सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ हीरालाल ने अपने चिकित्सीय दक्षता के बदौलत एक विषधर सर्पदंश के शिकार हुए बालक की जान बचाई। हजारीबाग जिले के बरही अनुमंडल स्थित कोईली ग्राम निवासी मोहम्मद रिजवान के नाबालिग पुत्र अयान राजा को विषधर सांप रसैल वाईपर (सियरचंदा) ने दंश मार दिया। जिसके बाद सर्पदंश का शिकार हुआ बालक पूरी तरह बेहोश हो गया और उसके शरीर में सूजन होने लगा। घर वालों ने आरोग्यम हॉस्पिटल पर भरोसा जताया। यहां सर्पदंश से पीड़ित बच्चे को भर्ती कर आरोग्यं हॉस्पिटल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ हीरालाल ने इलाज शुरू किया और अपने चिकित्सीय दक्षता के बदौलत उसकी जान बचाई। डॉ हीरालाल के मुताबिक सर्पदंश से पीड़ित बच्चे को कुल 30 वायल एंटी वेनम लगाया गया एवं करीब एक सप्ताह के इलाज के बाद बच्चे को पूरी तरह ठीक कर उसे हॉस्पिटल से रिलीज कर दिया गया। सर्पदंश पीड़ित बच्चे की जान बचाने पर उसके परिजनों ने आरोग्यम हॉस्पिटल और चिकित्सक डॉ हीरालाल के प्रति आभार जताया एवं धन्यवाद दिया ।
डॉ हीरालाल ने बताया कि सर्पदंश के पीड़ित को तत्काल अस्पताल पहुंचाने पर उसकी जीवन रक्षा हो सकती है। विषधर सांपों के डसने पर भी इलाज संभव है। एक मासूम की जान बचने पर आरोग्यम हॉस्पिटल के निदेशक हर्ष अजमेरा ने खुशी का इजहार करते हुए कहा कि सर्पदंश के मामले में किसी प्रकार की भ्रांति में ना रहे और ना ही ओझा गुनी या झाड़-फूंक के चक्कर में पड़े। उन्होंने कहा कि जागरूकता का परिचय देते हुए तत्काल नजदीकी अस्पताल या चिकित्सक से संपर्क करें और इलाज शुरू कराएं। समय पर एंटी वेनम और जरूरी उपचार कराने से ऐसे मरीजों की जान बचाई जा सकती है।