कीर्तन करने से मन को शाँत कर कष्टों को हरता है- बांग्ला कीर्तनिया मौसमी अधिकारी
झारखण्ड न्यूज 24 संजय गोस्वामी फतेहपुर
फतेहपुर प्रखण्ड क्षेत्र के पंचायत खामारवाद अंतर्गत ग्राम कालुपहाडी में स्थित बजरंगवली मन्दिर परिसर में पिछले दो दिनो से 24 प्रहर बांग्ला कीर्तन भजन को लेकर भक्तिमय वातावरण बना हुआ है शाम ढलते ही मुडाबहाल, सालपातड़ा, तिलाकी, खामारवाद, वारेमेसिया, तारापेटिया, नीलकंठपुर, बडदही, घाघर समेत आसपास क्षेत्र के कीर्तन प्रेमी पहूँचते है पश्चिम बंगाल के जिला वीरभूम से प्रसिद्ध कीर्तनिया मौसमी अधिकारी ने कीर्तन के बारे मे विशेषतार पूर्वक से बताया कि मन को शांत कर कष्टों को हरता है कीर्तन श्रीमद्भागवत में भजन-कीर्तन करना यज्ञ समान मना गया है। जिस तरह से प्रार्थना करने से शक्ति मिलती है, ठीक उसी तरह कीर्तन करना आत्मशक्ति बढ़ाता है। कीर्तन करना मन और तन को शुद्ध करता है भजन-कीर्तन करने से तनाव दूर होता है भजन-कीर्तन करना ईश्वर के करीब लाता है भगवान ने खुद ये कहा है कि वे पांच कामों से बेहद खुश होते हैं। साधु-संग , नाम- कीर्तन , भगवत्-श्रवण , तीर्थ वास और श्रद्धा के साथ श्रीमूर्ति सेवा को भगवान बेहद पसंद करते हैं। कीर्तन करने से केवल मन ही नहीं तन भी शुद्ध होता है।जब भी भक्त तन्मयता से भजन-कीर्तन करते हैं उनके मन में किसी भी तरह का राग-द्वेश नहीं रहता। कीर्तन करने से केवल भगवान की भक्ति ही नहीं होती बल्कि इससे मन की अशुद्धियां और दुगुर्ण भी दूर होते हैं। यही कारण है कि भजन-कीर्तन करने वालों के मन शांत होता है और जब वे किसी भी कार्य को करते हैं तो पूरी तन्मयता के साथ करते हैं। और कीर्तनिया मौसमी अधिकारी के बांग्ला में कृष्ण भागवान के गानों से झुम उठें सैकड़ों संख्या पर कृष्ण भक्त मौके पर काफी संख्या में दर्शक एंव आयोजक कर्ता के सदस्य उपस्थित थे