*पोटका के जानेमाने शिक्षाविद कुमुद रंजन भकत का आकस्मिक निधन*
*पोटका/पूर्वी सिंहभूम/झारखण्ड*
*सुरेश कुमार महापात्रा की रिपोर्ट*
पोटका के जानेमाने शिक्षाविद कुमुद रंजन भकत के आकस्मिक निधन पर माताजी आश्रम हाता और झारखंड साहित्य संस्कृति परिषद ने शोक जताया है।
पोटका के जानेमाने शिक्षा विद और रामकृष्ण विवेकानंद जी के भक्त कुमुद रंजन भकत का आकस्मिक निधन बिगत 13 मार्च को रात्रि 9 बजे रांची के रिम्स हॉस्पिटल में हो गया।वे 85 वर्ष के थे।बिगत 8 मार्च को उच्च रक्तचाप के कारण बीमार पड़ गए थे।वे एक समाजसेवी,सबके प्रिय सरकारी शिक्षक के साथ-साथ साहित्य और संस्कृति प्रेमी भी थे।वे रामकृष्ण और स्वामी विवेकानंद और नेताजी सुभाषचंद्र बोस के परम भक्त थे।वे 31 जनवरी 1999 में सेवा निब्रिट हो चुके थे।कुमुद जी माताजी आश्रम और झारखंड साहित्य संस्कृति परिषद के साथ जुड़े हुए थे इसलिए उनके आकस्मिक निधन पर माताजी आश्रम परिवार और झारखंड साहित्य संस्कृति परिषद ने गहरा शोक ब्यक्त किया है।ठाकुर रामकृष्ण से उनकी आत्मा की शांति की कामना करते हुए उनके शोक संतप्त परिवार जनों के प्रति संवेदना प्रकट की है।उन्होंने दो पुत्र के अलावे पांच पुत्रियों संग भरा परिवार छोड़ चले गए।