राज्य सरकार का यह बजट पुरी तरह से राज्य को लूटने के लिए तैयार किया गया है – राकेश प्रजापति
सरकार बजट तो बनाती है लेकिन उसे धरातल पर उतार नहीं पाती है
राँची-
झारखंड सरकार ने वर्ष 2023-24 के लिए 1,16,418 करोड़ रुपये का बजट पेश किया है । इसको लेकर तमाम दलों की अलग अलग प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं । लेकिन प्रदेश के युवा छात्र नेता राकेश प्रजापति ने सरकार के बजट पर अपनी प्रतिक्रिया दी है । युवा नेता राकेश ने इसे दिशाहीन करार दिया है । राजधानी राँची के बडा तालाब स्थित विवेकानंद स्मारक के निकट पत्रकारों से बातचीत करने पर कहा कि झारखंड सरकार के इस बजट को देखने से ऐसा प्रतीत होता है कि यह बजट राज्य को लूटने के लिए तैयार किया गया है, यह बजट दिशाहीन है । उन्होंने कहा कि हम यह कह सकते हैं कि खोदा पहाड़ और निकली चुहिया जैसी कहावत के ऊपर यह बजट पुरी तरह से अधारित है । राज्य सरकार के विजन पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होनें कहा कि सरकार बजट तो बनाती है लेकिन उसे धरातल पर उतार नहीं पाती है । राज्य का बजट गांव, किसान, मजदूर जो आवश्यक चीजों से वंचित हैं उन्हें केंद्र में रखकर बनाया जाना चाहिए था । झारखंड की आधारभूत संरचना को मजबूत करने वाला बजट होना चाहिए था । मगर इस सरकार ने पिछले बजट का आकार का सिर्फ 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर उसे इस बार लाने की कोशिश की है । राज्य सरकार को हर क्षेत्र में विफल करार देते हुए राकेश ने कहा कि केंद्र के पैसे को भी राज्य सरकार खर्च नहीं कर पा रही है । मोदी सरकार ने राज्य को 5 साल में टैक्स का 89,648 करोड़ रुपए दिए थे, वहीं यूपीए की सरकार अपने 5 साल के कार्यकाल में 35,998 करोड़ रुपए ही झारखंड को दिए थे । मोदी सरकार ने झारखंड को ग्रांट एड के रूप में 2022-23 में 17,405 करोड़ की राशि दी है जबकि यूपीए की सरकार ने 2013-14 में मात्र 4065 करोड़ रुपए दिए थे ।