*शंकरदा गांव में सदियों पुराने पारंपरिक मनसा पूजा बना हुआ है आकर्षण का केंद्र*
*पोटका/पुर्वी सिंहभूम/झारखण्ड*
*सुरेश कुमार महापात्रा की रिपोर्ट*
पोटका-शंकरदा गाँव में शदियों पुरानी पारम्परिक माँ मनसा पूजोत्सव का भव्य शुभारंभ बीते कल गाँव के नामो पाड़ा में शुभ कलश स्थापना एवं पूजार्चना के माध्यम से शुरू हो गयी।
ज्ञात रहे पोटका प्रखंड स्थित शंकरदा गाँव में शदियों से श्री श्री विषहरी माँ मनसा की भव्य पूजा की प्रचलन है। पूर्व में यँहा एक ही जगह में होती थी जो अति प्राचीन एवं शदियों पुरानी है जो गाँव के मध्य पाड़ा में होता है और जो बंगला के आश्विन संक्रांति के दिन कलश स्थापना होती है। बीते कल न्यू बॉयज क्लव के तत्वावधान में आयोजित नामो पाड़ा की पंडाल में गाँव के ही ऊपर बांध से पवित्र कलश लाकर शुभ स्थापना कि गई तथा रात को पंडित जी के द्वारा वेद मंत्रच्चारण के माध्यम से व्रतियों का पूजार्चना करवाई गई। आमंत्रित पूर्व जिलापार्षद करुणा मय मंडल द्वार्स पूजा पंडल में जाकर व्रती कलश यात्रिओं से मिलकर कलश यात्रा में शामिल हुए । न्यू बॉयज क्लब द्वारा हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी भव्य देव सभा का आयोजन किया गया है जिसमें अनेकों सुंदर सुंदर मूर्तियां प्रतिष्ठित कि गई है। जिसमें श्रीकृष्ण महा प्रभु के विश्वरूप दर्शन, श्री राम लक्ष्मण के द्वारा ताड़का राक्षसी बध, एक वृहदकाय पक्षीराज घोड़ा आदि प्रमुख दृश्य है।
आज पूर्व पार्षद श्री मंडल के साथ तापस कुमार गोप, राम चन्द्र गोप, खोकन भकत, समीर कुमार गोप, उमा कान्त दास, सतीश चंद्र दास, सतीश गोप, अर्जुन गोप, चिन्मय भकत आदि मौजूद थे। आगामी कल दिनांक – 18/10/2022 (आश्विन संक्रांति) को मध्यपाड़ा में विशाल झापान रथ के साथ माँ की पवित्र कलश यात्रा सम्पन्न होगी। उक्त झापान रथ के ऊपर विषधर नागों को लेकर पश्चिम बंगाल के सपेरों के द्वारा रमांचकर खेल दिखाया जायेगा। शंकरदा ग्राम बासिओं की ओर से सभी भक्तजनों को सादर आमंत्रित कि गई है।