कांग्रेस कार्यालय में मनाया गया हूल दिवस
झारखंड न्यूज 24 देवघर झारखंड से अजीत कुमार संतोषी की रिपोर्ट
देवघर जिला कांग्रेस कार्यालय में मनाया गया हूल दिवस।आज के ही दिन 30जून1855 को नौ सिपाहियों की हत्या से शुरू हुआ था संथाल विद्रोह। साहेबगंज के भोगनाडीह इस आंदोलन का केन्द्र बिन्दु रहा है। इस महान क्रांति में बीस हजार लोगों ने शहादत दी थी।
आज हूल दिवस है,इसे हूल क्रांति या फिर संथाल विद्रोह के नाम से जाना जाता है। झारखंडवासी इस दिन को आदिवासियों के इस संघर्ष और अंग्रेजों के द्वारा मारे गए बीस हजार लोगों की याद में मनाते हैं। जैसा कि शब्दों से स्पष्ट हो रहा है, यह विद्रोह आदिवासियों की संघर्ष गाथा और उनके बलिदान की है,जो आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों के छक्के छुड़ाने वाले नायकों को याद करने का खास दिन है। आज समूचे झारखंड में रण बांकुरे सिद्धो-कान्हो और चांद-भैरव को याद करते हुए अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ विद्रोह के प्रतीक के तौर पर हूल दिवस मनाया जा रहा है। देवघर कांग्रेस द्वारा वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष प्रो.उदय प्रकाश के नेतृत्व में वीर सिद्धू कान्हूं के तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और शहीदों को नमन करते हुए राज्यवासियों से उनके आदर्शों को अपनाने का आह्वान किया है। मिडिया प्रभारी दिनेश कुमार मंडल ने कहा कि संथाल की पुण्यभूमि से हूल का शंखनाद, अन्याय और दासता से मुक्ति की विजयगाथा है। उन नायकों का पवित्र स्मरण आज भी हम सबों का मार्गदर्शन करता है।
इस मौके पर नगर अध्यक्ष रवि केसरी, एन एस यू आई के रवि वर्मा ,सैफ दानिश,अनिरुद्ध चौबे ,दिनेश कुमार मंडल आदि ने भी श्रद्धांजलि दी।