गोंदलपुरा पंचायत में अडानी इंटरप्राइजेज के खिलाफ ग्रामीणों का लगातार 218 वीं दिन धरना जारी
बिरसा मुंडा की तरह अपने जल जंगल जमीन को बचाने के लिए गोंदलपुरा के ग्रामीण हुए एकजुट
बड़कागांव रितेश ठाकुर
बड़कागांव प्रखंड के गोंदलपुरा पंचायत में ग्रामीण अपने जल, जंगल, जमीन एवं अपने मूल निवास को बचाने को लेकर अडानी एंटरप्राइजेज के खिलाफ लगातार धरना प्रदर्शन एवं विरोध करते आ रहे हैं। कंपनी के खिलाफ ग्रामीण का निरंतर 218 वीं दिन धरना स्थल पर पहुंचकर धरती आबा की 148वीं जयंती मनाई। इस मौके पर ग्रामीणों ने अडानी इंटरप्राइजेज, एनटीपीसी एवं जेएसडब्ल्यू को 1 इंच जमीन न देने का शपथ लेते हुए, जिस प्रकार बिरसा मुंडा अपने जल जंगल जमीन को बचाने के लिए दीकुओं के खिलाफ उलगुलान किए थे उसी प्रकार स्थानीय ग्रामीण अपने जल जंगल जमीन को बचाने के लिए एकजुट हुए। बता दें कि गोंदलपुरा की जमीन कृषि के लिए अनुकूल है, मिट्टी बहुत ही उपजाऊ है। किसान आधुनिक ट्रैक्टर हार्वेस्टर जैसे मशीनों का प्रयोग कर अपनी कृषि आय को बढ़ा रहे हैं। यहां हर प्रकार के कृषि गतिविधियों की जाती है। किसान बड़े पैमाने पर पशुपालन भी करते हैं। गोंदलपुरा के ग्रामीण आत्मनिर्भर हैं वे सालों भर हरी साग सब्जी, धान की खेती, गेहूं की खेती, गन्ना की खेती जैसे अन्य कृषि कार्य करके अपना जीवन यापन करते हैं। अभी गन्ने का दिन है ग्रामीण बड़े पैमाने पर गुड का उत्पादन कर रहे हैं। यहां का गुड पूरे हजारीबाग के अलावा अन्य शहरों में अपनी प्रसिद्धि बिखेर चुकी है। साथ ही साथ अधिक मात्रा में हरे साग सब्जी उत्पादन कर बाजार को भी उपलब्ध करवाते हैं। ग्रामीणों ने कहा कि हमें जिस प्रकार अपने पूर्वजों से पैतृक भूमि प्राप्त हुई है वैसा ही हम लोग अपनी आने वाले पीढ़ी को देना चाहते है। हमारे गांव में माइनिंग हो या हम कभी नहीं चाहते।