मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अबुआ बीर दिशोम अभियान की शुरुआत
17 साल में महज 60 हजार लोगों को पट्टा दिया गया है, सामुदायिक वनाधिकार पट्टा तो न के बराबर है – मुख्य सचिव सुखदेव सिंह
संवाददाता : हंसराज चौरसिया
रांची
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने वनों पर निर्भर आदिवासियों एवं अन्य लोगों को वन अधिकार अधिनियम, 2006 के तहत वनाधिकार पट्टा देने के लिए अबुआ बीर दिशोम अभियान का शुभारंभ किया है। इसकी शुरुआत पारंपरिक रूप से नगाड़ा बजाकर किया गया।इसके तहत एक व्यापक अभियान चलाकर आदिवासी और वनों पर निर्भर रहने वाले लोगों को व्यक्तिगत, सामुदायिक और सामुदायिक वन संसाधन वनाधिकार पट्टा मुहैया कराया जाएगा। इस अभियान से 15 लाख आदिवासी परिवारों को छह से आठ माह में जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वनवासियों को वनाधिकार पट्टा देने पर कभी ध्यान ही नहीं दिया गया। इसके लिए उन्होंने उपायुक्तों एवं जिला वन अधिकारियों को भी जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने इस अभियान को सफल बनाने के सख्त निर्देश भी दिए। इस अभियान को सफल बनाने के लिए ग्राम, अनुमंडल एवं जिला स्तर पर वनाधिकार समिति का गठन/पुनर्गठन किया गया है। यह समिति वन पर निर्भर लोगों और समुदायों को वनाधिकार पट्टा दिये जाने के लिए उनके दावा पर नियमानुसार अनुशंसा करेगी।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने इस अभियान को लेकर तैयार मोबाइल ऐप तथा वेबसाइट का शुभारंभ किया। मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने कहा कि यह चिंताजनक है कि अधिनियम लागू होने के 17 साल में महज 60 हजार लोगों को पट्टा दिया गया है। सामुदायिक वनाधिकार पट्टा तो न के बराबर है।