गौतम बुद्ध शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में ओरिएंटेशन कम इंट्रोडक्शन सेरेमनी
दो दिवसीय उमंग कार्यक्रम का समापन, प्रशिक्षुओं को पढ़ाया गया अनुशासन का पाठ
डीइओ ने की कॉलेज की गतिविधियों सराहना, हर विधा में पारंगत बनने की दी सलाह
संवाददाता : हजारीबाग
गौतम बुद्ध शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय मुकुंदगंज, हजारीबाग के विवेकानंद सभागार में सोमवार को दो दिवसीय उमंग कार्यक्रम के अंतिम दिन बीएड सत्र 2023-25 के प्रशिक्षुओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाया गया. उन्हें कॉलेज के विभिन्न प्रावधानों की जानकारी दी गई। ओरिएंटेशन कम इंट्रोडक्शन सेरेमनी में प्रशिक्षुओं कॉलेज के गाइडलाइन, कोड ऑफ कंडक्टर, तकनीकी पहलुओं, एनएसएस की गतिविधियों, स्कॉलरशिप समेत कई जानकारियों से अवगत कराया गया। इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि डीइओ उपेंद्र नारायण ने किया। मौके पर उन्होंने कॉलेज के अनुशासन और यहां प्रशिक्षुओं को मिलनेवाले गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण समेत विभिन्न गतिविधियों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि हर गतिविधियों में सहभागी बन विभिन्न विधाओं में पारंगत बनें। बेहतर शिक्षक में यह गुण समाहित होना चाहिए। बतौर विशिष्ट अतिथि देव कॉलेज ऑफ एजुकेशन हजारीबाग की प्राचार्या डॉ रीतू कुमारी ने कहा कि शिक्षक के कंधों पर बड़ी और चुनौतीपूर्ण जिम्मेवारी है। उस चुनौती को पार करते हुए शिक्षकों के प्रति समाज में बैठी आम अवधारणा को तोड़ने की जरूरत है। डॉ एस राधाकृष्णन टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज लारी, रामगढ़ के प्राचार्य डॉ शिव कुमार राणा ने कहा कि प्रशिक्षु समर्पित भाव से प्रशिक्षण लें। शिक्षकों के कर्तव्यों को समझें। महाविद्यालय की पृष्ठभूमि बताते हुए प्रबंधन समिति के सचिव मिथिलेश मिश्र ने बताया कि यह कॉलेज वर्ष 2007 से संचालित और हजारीबाग का पहला स्ववित्त पोषक बीएड कॉलेज है। यहां मिलनेवाला प्रशिक्षण और अनुशासन ही इस कॉलेज की पहचान है।
प्राचार्य डॉ अरविंद कुमार ने ट्रेनिंग के बाद अवसर और इससे मिलनेवाले लाभ से प्रशिक्षुओं को अवगत कराया। वहीं आइक्यूएसी की को-ऑर्डिनेटर डॉ बसुंधरा कुमारी ने कोड ऑफ कंडक्ट के बारे में जानकारी देते हुए बताया किसी भी हाल में अनुशासन बनाए रखना है। उन्होंने एंटी रैगिंग सेल, फैकल्टी, एकेडेमिक समेत विभिन्न प्रावधानों की जानकारी दी। सहायक प्राध्यापक संदीप खलखो ने कॉलेज में आधुनिक तकनीक से दी जा रही शिक्षा के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने यहां उपलब्ध बायोमीट्रिक्स सिस्टम, वाई-फाई से लैस कैंपस, आईसीटी रूम कम रिसोर्स सेंटर, ई-लाइब्रेरी, डिजिटल क्लास रूम आदि के बारे में प्रशिक्षुओं को अवगत कराया। मंच संचालन के साथ सहायक प्राध्यापिक कुमारी अंजलि ने एकेडेमिक के विभिन्न पहलुओं से प्रशिक्षुओं को रू-ब-रू कराया।
सहायक प्राध्यापिक पुष्पा कुमारी ने एनएसएस के कर्तव्यों और मानवीय सेवाभाव में कार्यकर्ताओं की महती भूमिका से प्रशिक्षुओं को अवगत कराया। सहायक प्राध्यापक जगेश्वर रजक ने प्रशिक्षुओं को मिलनेवाली छात्रवृत्ति और उसके नियमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। धन्यवाद ज्ञापन सहायक प्राध्यापिका डॉ पुष्पा कुमारी ने दिया। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। मौके पर सहायक प्राध्यापक अशोक कुमार, महेश प्रसाद, एसएस माइटी, अनिल कुमार, गुलशन कुमार, दीपमाला, रचना कुमारी, दिलीप कुमार सिंह, संदीप कुमार सिन्हा आदि मौजूद थे।