488 साल पुराना है नाला का गड़ेर दुर्गापूजा
झारखंड न्यूज 24
नाला
बासुदेव
दुर्गापूजा महोत्सव के अवसर महालया प्रारंभ होते ही प्रखंड क्षेत्र में भक्ति और उत्साह का वातावरण बनने लगा है ।
नवरात्र पूजा से माता रानी के मंदिर और पूजा पंडाल में भक्ति गीत गूंजने लगी है। क्षेत्र के सभी मंदिरों में साफ सफाई एवं रंग रोगन का कार्य अंतिम चरण में है।
गौरतलब है कि प्रखंड मुख्यालय के नीचे पाड़ा स्थित गड़ेर दुर्गापूजा के लिए आवश्यक तैयारियां शुरू किया गया है । 1535 ईo में यानी मुगल काल में यहां राजघराने की विधि से पूजा-पाठ शुरुआत हुई है और अब भी जारी है ।
सनद रहे कि शक्ति उपासक ठाकुर बुद्धदेव सिंह के द्वारा इस मंदिर का निर्माण कर पूजा-अर्चना वैदिक रीति रिवाज से प्रारंभ किया गया है। अब भी दूर दराज से महिला, पुरूष श्रद्धालु मन्नत लेकर नियमित मां के दरबार आते हैं ।
करीब पांच सौ साल पुराना यहां के देवी माता का दरबार क्षेत्र में प्रगाढ़ आस्था का केंद्र है ।
गड़ेर दुर्गा मंदिर में मां की अपार महिमा एवं कृपादृष्टि
का क्षेत्र में अलग पहचान है।
ऐसी मान्यता है कि मन्नते करने वाले कभी निराश नहीं होते है।
कालांतर में बुद्धदेव राजा के वंशज के द्वारा इस पूजा संचालन होता आ रहा है । सजावट से लेकर रंगाई पोताई भी सिंह परिवार के देख रेख में संपन्न होता है जिससे नागरिक व श्रद्धालुओं में खुशी है ।
मंदिर के सेवाइत सुकुमार सिंह, विजय कुमार सिंह एवं राम प्रसाद सिंह ने कहा कि कोरोना काल के कारण श्रद्धालुओं के मन में उत्साह का अभाव रहा। लेकिन इस बार आसपास क्षेत्र के लोगों में अपार खुशी है। इसबार मेला एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए आवश्यक तैयारी की जा रही है।