कोनार्क सूर्य मंदिर, बौद्ध शांति स्तूप, नंदन कानन और लिंगराज का किया दर्शन
शैक्षणिक भ्रमण से लौटे गौतम बुद्ध शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्रशिक्षु
संवाददाता : हजारीबाग
गौतम बुद्ध शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय मुकुंदगंज, हजारीबाग के डीएलएड के प्रशिक्षुओं ने दो से छह अक्तूबर तक ओडिशा के विविध ऐतिहासिक और धार्मिक पर्यटन स्थलों का अवलोकन किया। पांच दिवसीय भ्रमण में पुरी समुद्र तट का लुत्फ भी उठाया। शैक्षणिक सत्र 2021-23 के प्रशिक्षुओं ने जगन्नाथधाम, चंद्रभागा, गांधी पार्क, धौली पर्वत स्थित बौद्ध शांति स्तूप, कोनार्क सूर्य मंदिर, नंदन कानन नेशनल पार्क और लिंगराज का दर्शन किया। गौतम बुद्ध शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष मनोज कुमार ने पर्यटन स्थलों के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्वों को समझाया। उन्होंने बताया कि हजारों वर्ष पूर्व भारत की कला काफी समृद्ध और उन्नत थी। जगन्नाथधाम, कोनार्क सूर्य मंदिर और लिंगराज में बनाई गई नागर शैली की कलाकृतियां इसके उदाहरण हैं। उन्होंने बताया कि भारत की तीन शैलियों में एक नागर शैली की उपशैली जगमोहन शैली में लिंगराज मंदिर की कलाकृतियां उकेरी हुई हैं। प्रशिक्षुओं ने नंदन कानन में बाघ की विभिन्न प्रजातियों, हिरणों का झुंड, हाथी, जिराफ समेत विभिन्न जीव-जंतुओं का अवलोकन किया। साथ में कॉलेज प्रबंधन समिति के सचिव मिथिलेश मिश्र, डीएलएड के एचओडी महेश प्रसाद, सहायक प्राध्यापिका पुष्पा कुमारी, एनएसएस के समन्वयक एसएस मैती, रचना कुमारी, गुलशन कुमार, दिलीप कुमार सिंह, सुधीरचंद्र झा आदि मौजूद थे।