हजारीबाग विधायक के द्वारा मेडिकल कॉलेज अस्पताल की कुव्यवस्था पर स्वास्थ्य मंत्री को किए गए शिकायत पर मंत्री ने किया संज्ञान
महज़ 24 घंटे के भीतर अपर मुख्य सचिव को मामले की जांच का दिया निर्देश, पत्र में कहा सदर विधायक का मंतव्य करें शामिल
मोबाइल टॉर्च लाइट में मरीजों का इलाज़ और डीजल के नाम पर मची टूट पर सदर विधायक ने उठाया है सवाल
संवाददाता : हजारीबाग
जब प्रमंडलीय सदर अस्पताल, हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अपग्रेड हुआ तो लोगों के बीच एक आस जगी कि अब शायद स्वास्थ्य व्यवस्था में अमूलचूल परिवर्तन होगा और जरूरतमंद मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा प्राप्त होगी। लेकिन सरकार और प्रशासन की अनदेखी और हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई और इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। हाल ही में मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आपातकालीन सेवा केंद्र ट्रामा सेंटर में रात्रि के समय अंधेरा कायम रहने की वजह से मोबाइल टॉर्च की रोशनी से मरीजों का इलाज करते हुए चिकित्सक और चिकित्सा कर्मी देखे गए। इस मामले को हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल ने बेहद गंभीरता से उठाया और इस पूरे मामले से विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से मिलकर उन्हें एक ज्ञापन के माध्यम से संबंधित मामले के दोषियों पर कार्रवाई करने और यहां डीजल की खपत के नाम पर मची लूट पर जांच की मांग की। विधायक मनीष जायसवाल के द्वारा मेडिकल कॉलेज अस्पताल की व्यवस्था की शिकायत पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने संज्ञान लिया और महज 24 घंटे के भीतर अपर सचिव को मामले की जांच कर 15 दिनों के अंदर जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने पत्र में यह भी कहा है कि हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल का मंतव्य भी इस जांच प्रतिवेदन में शामिल किया जाय। ज्ञात हो की मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में कई जनरेटर के साथ सोलर पैनल की भी व्यवस्था है बावजूद इसके अंधेरे में मोबाइल टॉर्च की रोशनी में मरीजों का इलाज किया जाता है जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
विधायक मनीष जायसवाल ने बताया की प्रतिमाह हजारों लीटर इंधन के खपत के नाम पर लाखों रुपया का यहां बंदरबाट होता है और अंधेरे में मरीजों का इलाज कर उनकी जिंदगी से खिलवाड़ किया जाता है। इससे पहले भी कई बार इस प्रकार के मामले पर शिकायत के बावजूद यहां कोई सुधार नहीं होना अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही और जनविरोधी क्रियाकलाप को बखूबी दर्शाता है। विधायक मनीष जायसवाल ने यह भी कहा कि किसी भी हाल में यहां इलाज को आने वाले जरूरतमंद मरीजों के जिंदगी से खिलवाड़ कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।