तेज रफ्तार अज्ञात वाहन की चपेट में आने से दसवीं कक्षा के छात्र की हुई मौत, सदा के लिए बुझ गया एक परिवार का चिराग
घटना के विरोध में गुस्साए लोगों ने साढ़े 3 घंटे तक झंडा चौक को रखा जाम, सदर विधायक के प्रयास से हटा जाम
मृतक के परिजनों के साथ सदर थाना पहुंचे सदर विधायक, तत्काल अज्ञात वाहन की पहचान करने और शहर में खराब पड़े सीसीटीवी कैमरे को सुचारू करने एवं शहर में बड़े गाड़ी के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग की
संवाददाता – कृष्णा कुमार
सोमवार की अहले सुबह हजारीबाग शहर पंच मंदिर चौक के समीप एक अज्ञात ट्रक के चपेट में आने से शहर के जयप्रभा नगर निवासी एक 16 वर्षीय विद्यार्थी आर्यन श्रेष्ठ काल के गाल में समां गया। आर्यन श्रेष्ठ एंजेल्स हाई स्कूल में 10 वीं कक्षा में पढ़ने वाला विद्यार्थी था। वो प्रतिदिन की तरह अहले सुबह ही ट्यूशन के लिए घर से स्कूटी से निकला तभी पंच मंदिर के समझ एक तेज रफ्तार से आ रही अज्ञात ट्रक के चपेट में आ गया और उसके सिर पर गंभीर चोट लगने के कारण घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने जब इसकी सूचना परिजनों को दी तो वे घटनास्थल पर पंहुचे। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया। जहां खुद सदर थाना प्रभारी गणेश कुमार सिंह और लोहसिंघना थाना प्रभारी अरविंद कुमार सिंह ने मौजूद होकर इनका पोस्टमार्टम का कागजी प्रक्रिया पूरा कराया। मौके पर सदर विधायक के निर्देश पर उनके मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी भी यहां पहुंचे और तत्काल पोस्टमार्टम कराने में हर संभव सहयोग पहुंचाया। अस्पताल से लेकर मृतक के घर तक गमगीन माहौल रहा और परिजनों के क्रंदन और चीत्कार से पूरा वातावरण गमगीन हो गया।
विद्यार्थी आर्यन श्रेष्ठ अपने घर का एकलौता चिराग था। इनके पिता अरुण कुमार साव फॉरेस्ट विभाग में कार्यरत हैं। घर का एकलौता चिराग बुझने के कारण पिता अरुण साव समेत परिवार के एक – एक जन फूट-फूटकर रो रहे थे।
इधर घटना की जानकारी पाकर मृतक के परिजन, रिश्तेदार और आसपास के रहने वाले लोग अस्पताल पहुंचे और इस घटना से गुस्साए लोगों ने गोलबंद होकर झंडा चौक को चारों ओर से जाम कर दिया। इनका मांग था कि पुलिस प्रशासन जल्द तेज रफ्तार से भागे दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी की पहचान कर दोषी को पकड़े और उचित सजा दे। जाम करने वालों को सदर थाना प्रभारी गणेश कुमार सिंह ने जाम स्थल पर पहुंचकर समझाने का काफी प्रयास किया लेकिन वह लोग अपनी मांग पर अडिग रहे और करीब सुबह 8:00 से 11:30 तक यानी साढ़े तीन घंटे तक मेन रोड स्थित झंडा चौक को जाम रखा। अंत में हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल जाम स्थल पर पहुंचे और उग्र लोगों को समझा-बुझाकर जाम हटवाया। जाम हटाने के पश्चात विधायक मनीष जायसवाल सभी लोगों के साथ सदर थाना परिसर पहुंचे और यहां पुलिस अधिकारियों से तत्काल मेन रोड के विभिन्न सीसीटीवी कैमरे को खंगालकर अज्ञात वाहन की पहचान करने की मांग की। साथ ही शहर में खराब पड़े सभी सीसीटीवी कैमरा को सुचारू कराने, शहर में बड़े गाड़ियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का भी आग्रह किया। अभिभावकों से भी उन्होंने आग्रह करता हूं कि बच्चों को ट्रैफिक रूल जरूर बताएं और उसका पालन करने हेतु उन्हें जागरूक करें। विधायक मनीष जायसवाल ने बताया कि संपूर्ण हजारीबाग शहर को सीसीटीवी कैमरे की जद में लाने और अपराध पर अंकुश लगाने हेतु मैंने एक प्रयास किया और अपने विधायक निधि की राशि से 20 लाख रुपए विगत 24 जून 2017 को हजारीबाग के तत्कालीन पुलिस पुलिस अधीक्षक को सौंपा। इस राशि से शहर के प्रमुख चौक चौराहे में सीसीटीवी कैमरा लगने के उपरांत 28 सितंबर 2017 को पीसीआर सभागार से तत्कालीन उपायुक्त रविशंकर शुक्ला और तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अनूप बिरथरे के साथ उद्घाटन किया। कुछ वर्षों तक या कैमरा अच्छे से कार्य किया और सुचारू रहा लेकिन इसकी मेंटेनेंस की जिम्मेवारी पुलिस प्रशासन की है और फिलहाल शहर के विभिन्न चौक चौराहे मेला का सीसीटीवी कैमरा कारगर नहीं हो ना दुर्भाग्यपूर्ण है। विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि हमारा प्रयास होगा कि जल्द सभी कैमरे सुचारू हो जाए। विधायक मनीष जायसवाल ने एक होनहार युवा छात्र के निधन पर गहरा दुख जताया और परिवार जनों को दुख की इस विकट घड़ी में हिम्मत देने के लिए ईश्वर से प्रार्थना भी की ।
पुलिस ने हजारीबाग मेन रोड के विभिन्न निजी दुकानों में लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगालने के लिए कई टीम लगा दिया है। कई कैमरे से गाड़ी के तेज रफ्तार में जाने का पता चल रहा है लेकिन उसके नंबर की पहचान नहीं हो पा रही है। पुलिस लगातार गाड़ी के नंबर की पहचान के लिए मशक्कत कर रही है। सदर थाना प्रभारी गणेश कुमार सिंह ने बताया कि हम लगातार प्रयास कर रहे हैं की जिस गाड़ी में दुर्घटना को अंजाम दिया उसकी पहचान हो सके। उन्होंने भी शहर के अभिभावकों से अपील किया की नाबालिक बच्चों को गाड़ी ना दें। खबर लिखे जाने तक सड़क जाम को हट गया। मृतक के शव का पोस्टमार्टम के उपरांत इसे अस्पताल के मुर्दा घर में ही रखा गया है। मृतक के कुछ परिजन बाहर से लौटने के बाद शाम को घर लेकर जाएंगे और फिर अंत्येष्टि होगी ।